साउथम्पटन। लंबे कद के तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने अपने आठवें टेस्ट मैच में पांचवीं बार पारी में पांच विकेट लिये जिसके बाद सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने लगातार तीसरे मैच में अर्धशतकीय पारी खेली जिससे न्यूजीलैंड रविवार को यहां भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल का तीसरा दिन अपने नाम करने में सफल रहा।
भारतीय टीम पहली पारी में 217 रन ही बना पायी। न्यूजीलैंड ने इसके जवाब में तीसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण आधा घंटा पहले समाप्त कर दिये जाने तक दो विकेट पर 101 रन बनाये। भारतीय टीम इस तरह से अभी उससे 116 रन आगे है।
भारतीय गेंदबाजों को कीवी गेंदबाजों की तरह स्विंग नहीं मिली लेकिन उन्होंने सीम का अच्छा उपयोग किया। न्यूजीलैंड की सलामी जोड़ी टॉम लैथम (104 गेंदों पर 30) और कॉनवे (153 गेंदों पर 54 रन) ने हालांकि 34 ओवर तक उन्हें सफलता नहीं मिलने दी और इस बीच 70 रन जोड़े।
जसप्रीत बुमराह ने लगातार 140 किमी रफ्तार से गेंदें की, इशांत शर्मा ने अच्छी लाइन व लेंथ पकड़े रखी तो मोहम्मद शमी अपनी सटीकता से विकेट लेने के करीब नजर आए। इन सभी के दबाव का फायदा आखिर में रविचंद्रन अश्विन (20 रन देकर एक) को मिला जिनकी फ्लाइट लेती गेंद पर ड्राइव करने के प्रयास में लैथम ने एक्स्ट्रा कवर पर विराट कोहली को कैच थमा दिया।
कोहली ने इस बीच गेंदबाजी में लगातार बदलाव किये और ऐसे में कॉनवे ने इशांत शर्मा (19 रन देकर एक) ने अपने नये स्पैल में ढीला शॉट खेलकर शमी ने मिडऑन पर आसान कैच लिया। इस ओवर के बाद दिन का खेल समाप्त घोषित कर दिया गया। उस समय कप्तान केन विलियमसन 12 रन पर खेल रहे थे जबकि अनुभवी रोस टेलर को अभी खाता खोलना है।
Edges, crashes and near-misses – the most riveting moments of fast bowling from the first-innings so far, the Thums Up Thunderbolts ⚡️@ThumsUpOfficial | #WTC21 Final | #INDvNZ pic.twitter.com/bkfPRSMKDw
— ICC (@ICC) June 20, 2021
इससे पहले भारत ने सुबह तीन विकेट पर 146 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन 71 रन के अंदर बाकी बचें सातों विकेट गंवा दिये। इसका श्रेय न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों और कप्तान विलियमसन को जाता है जिन्होंने भारतीय बल्लेबाजों विशेषकर कप्तान कोहली (142 गेंदों पर 44 रन) और उप कप्तान अजिंक्य रहाणे (119 गेंदों पर 49 रन) के लिये अच्छी तरह से जाल बिछाया।
जैमीसन ने 31 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि नील वैगनर (40 रन देकर दो), ट्रेंट बोल्ट (47 रन देकर दो) और टिम साउदी (64 रन देकर एक) ने बाकी पांच विकेट निकाले।
कीवी गेंदबाजों ने कोहली के लिये लगातार ऑफ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करके उनकी एकाग्रता की परीक्षा ली जबकि रहाणे को उन्हें शार्ट पिच गेंदें करके उन्हें पुल शॉट खेलने के लिये ललचाया। इस बीच विलियमसन ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव भारतीयों को किसी भी गेंदबाज को समझने का अवसर नहीं दिया।
भारत ने सुबह तीन विकेट पर 146 रन से आगे खेलना शुरू किया और पहले सत्र में चार विकेट के एवज में 65 रन जोड़कर लंच तक स्कोर सात विकेट पर 211 रन तक पहुंचाया। भारत के पुछल्ले बल्लेबाज नयी गेंद के सामने देर तक नहीं टिक पाये। न्यूजीलैंड ने लंच के बाद बाकी बचे तीनों विकेट 19 गेंद और छह रन के अंदर निकालकर भारतीय पारी का अंत किया।
बादल छाये रहने के कारण बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। कोहली अपने कल के स्कोर में एक भी रन नहीं जोड़ पाये। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के उनके साथी जैमीसन ने उन्हें काफी परेशानी में डाला।
बोल्ट और जैमीसन ने उनके लिये ऑफ स्टंप से बाहर गेंद करना जारी रखा और कोहली भी उनकी रणनीति भांपकर इन गेंदों को छोड़ते रहे। ऐसे में जैमीसन की बेहतरीन लेंथ से की गयी गेंद उनके पैड से टकरायी और अंपायर की उंगली उठ गयी। कोहली ने इस पर डीआरएस भी गंवाया।
ऋषभ पंत (चार) ने 19 गेंद तक कोई रन नहीं बनाया और फिर मिडविकेट पर चौका जड़ा। इसके दो गेंद बाद जैमीसन की कोण लेती गेंद पर उन्होंने ड्राइव करने के प्रयास में तीसरी स्लिप में लैथम को कैच दे दिया।
कोहली के साथ 61 रन की साझेदारी टूटने के बाद रहाणे को लग गया था कि रन गति तेज करने की जरूरत है। उन्होंने कुछ अच्छे शॉट खेले। रहाणे ने वैगनर की गेंद पर गलत टाइमिंग से पुल किया लेकिन बच गये। वैगनर ने फिर शार्ट पिच गेंद की और इस बार उन्होंने स्क्वायर लेग पर लैथम को कैच दे दिया। रहाणे पुल शॉट खेलने के जाल में फंसकर अर्धशतक से चूक गये।
अश्विन (27 गेंदों पर 22 रन) ने कुछ उपयोगी रन बनाये लेकिन लंच से ठीक पहले टिम साउदी (64 रन देकर एक) ने उनका विकेट निकाल दिया। जैमीसन ने इशांत (चार) और बुमराह (शून्य) को आउट करके पांच विकेट लेने का कारनामा पूरा किया जबकि बोल्ट ने रविंद्र जडेजा (15) को आउट करके भारतीय पारी का अंत किया।