पटना। गजब है भाई संचालन से ज्यादा रखरखाव पर जोर। ऐसे संसाधन का क्या फायदा। जी हां सरकारी पैसा लुटाने में लगा है बिहार सरका का कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण।
शुक्रवार को राजधानी से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक में राजधानी पटना के मोइनुल हक स्टेडियम स्थित चंद्रगु्प्त जल बिहार (स्वीमिंग पूल) के संचालन हेतू इस वर्ष 31.10.2021 तक (यानी निविदा खोलने एवं रख रखाव के लिए किसी एजेंसी को आदेश देने के उपरांत, यदि हो) और 01.11.2021 से 31.03.2022 तक सुरक्षा एवं रख रखाव हेतु यह निविदा (टेंडर) निकाला गया है। क्योंकि 04.08.2021 तक यह निविदा देने एवं खोलने की तिथि निर्धारित की गई है।

सवाल उठता है कि इतने बड़े विज्ञापन प्रकाशित कर क्या चन्द्रगुप्त जल बिहार (स्विमिंग पूल) को मात्र लगभग दो महीने संचालन के लिए या पांच महीने सुरक्षा व रख रखाव हेतु निविदा निकाली गई है? इससे स्पष्ट है कि संसाधनों के उपयोग से ज्यादा रख रखाव के लिए ज्यादा जोर, इच्छुक एवं खर्च पर ध्यान देता है विभाग एवं खेल प्राधिकरण। यह भी सवाल उठता है कि अब तक इस परिसर की सुरक्षा एवं रख रखाव कैसे किया जाता था?