पेरिस ओलंपिक 2024 में वजन को लेकर डिसक्वालिफाई हो चुकी भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने खेल पंचाट न्यायालय में अयोग्यता के खिलाफ अपील की है। विनेश ने गोल्ड मैच के लिए बहाल होने के लिए कहा और फिर साझा सिल्वर के लिए याचिका में संशोधन किया। वहीं, CAS ने मेल का जवाब दिया है। CAS कल आखिरी फैसला सुनाएगा। इसका मतलब है कि विनेश फोगाट चाहती हैं कि उन्हें कम से कम सिल्वर मेडल दिया जाए। सीएएस विनेश के पक्ष में फैसला सुनाता है तो आईओसी को विनेश को सिल्वर मेडल देना होगा।
विनेश फोगाट ने पहले फाइनल मैच खेलने की मांग की थी, लेकिन फाइनल में उन्हें शामिल किए जाने की उनकी अपील पर सीएएस ने कहा कि वह फाइनल को नहीं रोक सकते जिसके बाद फोगाट ने संयुक्त सिल्वर मेडल की मांग रही। अब CAS इस अपनी पर अपना आखिरी फैसला सुनाएगा। फैसला गुरुवार को 11.30 बजे आने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि विनेश फोगाट 50 किलोग्राम वजन के फाइनल में पहुंच चुकी हैं पर फाइनल इवेंट के पहले जब उनका वजन किया गया तो उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया जिसके कारण उन्हें इस मुकाबले के लिए डिसक्वालिफाई कर दिया गया।
कौन है CAS?
CAS एक स्वतंत्र संस्था है जिसकी स्थापना 1984 में खेल-संबंधी विवादों को सुलझाने के लिए की गई थी. इसका मुख्यालय स्विटजरलैंड के लॉजेन में है और इसकी अदालतें न्यूयॉर्क शहर और सिडनी में हैं, जबकि ओलंपिक मेजबान शहरों में अस्थायी अदालतें स्थापित की गई हैं. ऐसे में विनेश फोगाट ने पेरिस में ही अपील की है. बता दें, सीएएस किसी भी खेल संगठन से स्वतंत्र है. कई खेल विवादों में सीएएस का आखिरी फैसला होता है, कुछ परिस्थितियों में स्विटजरलैंड के संघीय सर्वोच्च न्यायालय में अपील की जा सकती है.