रांची, 13 नवंबर। मेंस अंडर-23 स्टेट ए ट्रॉफी (एलीट ग्रुप) में बिहार का हार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। चंडीगढ़ ने जेएससीए ओवल ग्राउंड, रांची में खेले गए मुकाबले में बिहार को 215 रनों के भारी अंतर से रौंद दिया, जो न केवल टीम की लगातार तीसरी हार है, बल्कि इस टूर्नामेंट में अब तक का उसका सबसे शर्मनाक प्रदर्शन भी साबित हुआ।
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पिछले दो मैचों में बिहार जीत के करीब पहुंचकर भी हार गया था, लेकिन इस बार तो टीम पूरी तरह नतमस्तक हो गई। न गेंदबाजी चली, न बल्लेबाजी टिकी और न ही कप्तानी में कोई दम नजर आया।
चंडीगढ़ का तूफानी प्रदर्शन-देवांग, दीपेंद्र और अभिषेक ने उड़ा दिए होश
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चंडीगढ़ ने मानो रन बरसा दिए। ओपनर दीपेंद्र कुश (93 रन, 95 गेंद) और राघव वर्मा (59) ने शानदार शुरुआत दी, जिसके बाद देवांग कौशिक (87 रन, 52 गेंद) ने बिहार के गेंदबाजों पर कहर ढा दिया। कप्तान आरूष भंडारी (46 रन) और अभिषेक सिंह (50 रन, 15 गेंद) ने अंत में रनगति को और तेज करते हुए स्कोर को 428 रन (50 ओवर) तक पहुंचा दिया।
यह स्कोर टूर्नामेंट के अब तक के सबसे बड़े योगों में से एक है। बिहार के गेंदबाजों में किसी ने नियंत्रण नहीं दिखाया। वसुदेव प्रसाद (1/104) और बादल कनौजिया (3/94) के आंकड़े अपने आप सबकुछ बयान करते हैं।

देवांग कौशिक का ‘ऑलराउंड शो’-बल्ले से भी, गेंद से भी बिहार को तोड़ा
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार टीम ने एक बार फिर निराश किया। पहले ही ओवर में विकेट खोने के बाद कभी संभलने का मौका ही नहीं मिला। देवांग कौशिक जिन्होंने बल्ले से अर्धशतक ठोका था ने गेंद से भी कहर ढा दिया। उन्होंने 8.5 ओवर में 25 रन देकर 5 विकेट चटकाए। बिहार की ओर से केवल कुमार श्रेय (67) और फहीम अनवर (64) ने थोड़ी कोशिश की, लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने हथियार डाल दिए।
टीम 213 रन पर सिमट गई और चंडीगढ़ ने 215 रनों के विशाल अंतर से मैच जीत लिया।
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लगातार तीसरी हार और इस बार कोई बहाना नहीं बचा
पिछले दो मैचों में बिहार ने कड़ा मुकाबला किया था। टीम अंत तक लड़ी थी, लेकिन जीत उससे फिसल गई थी। इस बार, हालांकि, हालात पूरी तरह अलग थे। न कोई जोश, न कोई रणनीति, न कोई संघर्ष। टीम मैदान पर ऐसे उतरी मानो हार पहले ही तय हो चुकी हो। गेंदबाजों की लाइन-लेंथ बिखरी रही, फील्डिंग ढीली थी और बल्लेबाजों ने खराब शॉट चयन से खुद ही विकेट थमाए।
यह हार सिर्फ एक स्कोरलाइन नहीं है, बल्कि बिहार क्रिकेट की गहराती समस्या का प्रतीक है। नतीजा तीसरी हार और मनोबल पूरी तरह टूट चुका है।
टीम प्रबंधन पर उठे सवाल-आखिर जिम्मेदारी कौन लेगा?
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की रणनीति पर अब सवाल उठने लगे हैं। टीम में युवा प्रतिभाएं तो हैं, लेकिन उनमें आत्मविश्वास और दिशा दोनों की कमी साफ झलक रही है। कोचिंग स्टाफ भी क्या करे। अगर यही हाल रहा तो टूर्नामेंट का बाकी हिस्सा सिर्फ औपचारिकता बन जाएगा।
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चंडीगढ़ का आत्मविश्वास आसमान पर
दूसरी ओर, चंडीगढ़ की टीम शानदार तालमेल में दिखी। कप्तान आरूष भंडारी ने हर बदलाव सही समय पर किया। देवांग कौशिक के हरफनमौला प्रदर्शन ने टीम को जीत की राह पर अग्रसर किया और विपक्ष को पूरी तरह तोड़ दिया।
मैच सारांश
चंडीगढ़: 428/10 (50 ओवर)
बिहार: 213/10 (36.5 ओवर)
परिणाम: चंडीगढ़ ने 215 रनों से जीत दर्ज की
प्लेयर ऑफ द मैच: देवांग कौशिक (87 रन, 5 विकेट)
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मुख्य बिंदु
बिहार की लगातार तीसरी हार
पिछले दो मैच जीतते-जीतते गंवाए, इस बार पूरी तरह बिखर गए
देवांग कौशिक का शानदार हरफनमौला प्रदर्शन
गेंदबाजों की अकुशलता और बल्लेबाजों की नाकामी
टीम प्रबंधन पर उठे सवाल