संध्या कुमारी
किसी भी खेल में कोई खिलाड़ी कभी आसमान पर पहुंचता है पर जब उसके सितारे फिरते हैं तो वह गुमनामी के दौर में चला जाता है और गुमनामी में चले जाने के बाद वह अपने जीवन के लिए दूसरा रुख करता है। इसका एक पहलू यह भी है कि किसी एक खेल में हाथ आजमाने के बाद दूसरे खेल में हाथ आजमाना चाहता है और पहले को छोड़ दूसरे खेल की ओर रुख कर लेता है। ऐसा ही कुछ है न्यूजीलैंड के इस पूर्व स्टार बल्लेबाज के साथ। इस स्टार बल्लेबाज का नाम नॉथन एस्टल।
न्यूजीलैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज एस्टल ने साल 2007 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास लेने का कारण बताया गया खेल से रूचि खत्म हो जाना। क्रिकेट को अलविदा करने के बाद नॉथन एस्टल कार रेसर बन गए और रफ्तार से जंग लड़ने लगे।
इस बात से हर कोई वाकिफ है कि कार रेसिंग का ये खेल कितना खतरनाक होता है, रेसिंग के दौरान रेसर का घायल होना बड़ी ही आम बात होती है और कभी-कभी तो उन्हें अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है, लेकिन अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने और अपने शौक के अनुसार 48 साल के नाथन एस्टल ने इस काम को अपनी खुशी से चुना है।
नाथन एस्टल ने न्यूजीलैंड की तरफ से खेलते हुए बहुत सी शानदार पारियां खेली हैं, लेकिन साल 2002 में टेस्ट मैच में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली थी जिसे आज भी याद किया जाता है।
नॉथन एस्टल ने 168 गेंदों पर 222 रनों की धुआंधार पारी खेलते हुए इतिहास रच दिया था। एस्टल ने अपनी उस जबरदस्त पारी के दौरान 153 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ कर वल्र्ड रिकॉर्ड बना दिया था। आज 18 साल बाद भी एस्टल के इस रिकॉर्ड को कोई क्रिकेटर नहीं तोड़ पाया है।
नाथन एस्टल ने अपने क्रिकेट कैरियर में 81 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें उन्होंने 11 शतक जड़कर 4702 रन अपने नाम किए थे। वनडे मैचों में 16 शतक लगा कर 7090 रन अपने नाम दर्ज किए थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने 29 वनडे मैचों में 5 शतक और 5 अर्धशतक जड़े हैं। वहीं टेस्ट क्रिकेट में भी भारत के खिलाफ एस्टल का औसत 43 से ज्यादा का है।