Home Slider संजय कुमार से जुड़े conflict of interest के मामले में बीसीए इथिक ऑफिसर का फैसला आना अभी बाकी : संजीव मिश्र

संजय कुमार से जुड़े conflict of interest के मामले में बीसीए इथिक ऑफिसर का फैसला आना अभी बाकी : संजीव मिश्र

by Khel Dhaba
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पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के प्रवक्ता व बीसीए अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार संजीव कुमार मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का वर्तमान समय में इथिक ऑफिसर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) राघवेंद्र कुमार सिंह हैं। इनको ही कनफिलक्ट ऑफ इंटरेस्ट के मामले में दायर किसी भी वाद में फैसला सुनाने का अधिकार सुरक्षित है। ऐसे में पूर्व के इथिक ऑफिसर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) बीके जैन द्वारा लिये गए कोई भी निर्णय से बीसीए को कोई लेना-देना नहीं है। वे कहीं से भी बीसीए के सचिव (निलंबित) श्री संजय कुमार के मामले में फैसला नहीं सुना सकते हैं।

बीसीए की ओर से जारी प्रेस रिलीज में स्पष्ट किया गया है कि दिनांक 31 जनवरी, 2020 को आरा (भोजपुर) में आयोजित बीसीए के एजीएम में तत्कालीन इथिक ऑफिसर श्री बीके जैन को उनकी अयोग्यता व बीसीए सचिव (निलंबित) संजय कुमार से मिलीभगत के आरोप में हटाया जा चुका है। इसकी सूचना श्री जैन को बीसीए के ईमेल, पत्र व मीडिया के माध्यम से उसी समय दे दी गई थी। अगर इन लोगों द्वारा बीसीए की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जायेगा तो बीसीए स्वतंत्र रूप से किसी भी तरह कार्रवाई करने के लिए पूर्णत: स्वतंत्र है।
इसके साथ ही इसी एजीएम में बीसीए की लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) श्रीमती नीलू अग्रवाल को बीसीए के इथिक ऑफिसर का अतिरिक्त प्रभार देने का फैसला ले लिया गया था। साथ ही पूर्णकालिक बीसीए के इथिक ऑफिसर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) श्री राघवेंद्र कुमार सिंह से संपर्क कर नियुक्त करने का निर्णय भी लिया गया था जो वर्तमान समय में बीसीए के इथिक ऑफिसर के रूप में सारे कार्य को देख रहे हैं और इन्हीं के द्वारा लिया गया कोई फैसला बीसीए के लिए संवैधानिक माना जायेगा।

संजीव कुमार मिश्र ने कहा कि बीसीए की लोकपाल एवं अतिरिक्त प्रभार वाली इथिक ऑफिसर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) श्रीमती नीलू अग्रवाल के पास दिनांक 20.2.2020 को बीसीए के सचिव (निलंबित) संजय कुमार से जुड़े कनफिलक्ट ऑफ इंटरेस्ट के मामले में नोटिस जारी की गई थी जिसमें अगली सुनवाई हेतू 6 मार्च, 2020 की तिथि निर्धारित की गई थी। इस तिथि को उक्त प्राधिकार में सुनवाई हुई और बीसीए सचिव (निलंबित) श्री संजय कुमार के प्रतिनिधि इथिक ऑफिसर के यहां उपस्थित भी हुए। इसी बीच दिनांक 6 मार्च, 2020 को बीसीए के लोकपाल से जुड़े एक मामले की सुनवाई माननीय पटना उच्च न्यायालय में हुई थी। जिस पर न्यायालय ने सभी पक्षों को सुनते हुए अगला आदेश जारी किया था जिसमें अभी फैसला आना बाकी है। इस वाद में बीसीए के सचिव (निलंबित) श्री संजय कुमार भी अपने वकील के माध्यम से उपस्थित हुए थे।

इसी बीच बीसीए सचिव (निलंबित) श्री संजय कुमार से जुड़े मामले की सुनवाई हेतू संबंधित वाद पूर्णकालिक बीसीए के इथिक ऑफिसर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) श्री राघवेंद्र कुमार सिंह के पास हस्तांतरित है जिस पर अगली सुनवाई की जानी है। इस पर अभी फैसला आना बाकी है। आज बीसीए सचिव (निलंबित) श्री संजय कुमार द्वारा वाद को खारिज करने का जो दावा किया जा रहा है वह झूठा, मनगढ़त एवं पूर्ण रूप से फर्जीवाड़ा के साथ मीडिया को गुमराह करने वाला कार्य है। बीसीए की ओर से श्री मिश्र ने कहा कि बीसीए से जुड़े कोई भी अधिकारी, खिलाड़ी और खेलप्रेमी ऐसे फैलाए गए भ्रमजाल में ना पड़ें और अपने आपको इन सब चीजों से अलग रखते हुए अपने-अपने कार्य में जुड़े रहें।

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