लंदन, 14 जून। भारतीय शतरंज प्रेमियों के लिए शुक्रवार की रात गर्व और खुशी का क्षण लेकर आई, जब टीम एमजीडी1 ने फिडे विश्व रैपिड टीम चैम्पियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार है जब कोई भारतीय टीम ने यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया है।
ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी और प्रणव की शानदार भूमिका
छठी वरीयता प्राप्त टीम एमजीडी1 ने तीन दिनों तक चले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के 12 राउंड में से 10 मुकाबलों में जीत हासिल की। अंतिम दिन टीम हेक्सामाइंड के खिलाफ कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जहां अर्जुन एरिगैसी और प्रणव की निर्णायक जीतों ने टीम को खिताबी सफलता दिलाई।
पहले दो दिन मिश्रित प्रदर्शन, तीसरे दिन जबरदस्त वापसी
एमजीडी1 ने प्रतियोगिता की शुरुआत मजबूत तरीके से की थी, लेकिन दूसरे दिन टीम फ्रीडम के खिलाफ ड्रॉ और टीम हेक्सामाइंड से मिली हार के चलते उसकी राह मुश्किल हो गई। खिताब की दौड़ में बने रहने के लिए टीम को तीसरे दिन चारों राउंड जीतने की जरूरत थी — और टीम ने कमाल कर दिखाया।
स्टार खिलाड़ियों की मजबूत टीम
टीम में अर्जुन एरिगैसी, पेंटाला हरिकृष्णा, लियोन मेंडोंका, डेविड एंटोन गुइजारो, त्सोलाकिडो स्टोव्रोला, प्रणव, अथर्व तायडे और कप्तान श्रीनाथ नारायणन जैसे दिग्गज शामिल थे। खासकर अर्जुन ने अंतिम दिन चार में से 3.5 अंक जुटाए, जबकि प्रणव ने अपनी चारों बाजियां जीतकर टीम की जीत सुनिश्चित की।
कप्तान श्रीनाथ नारायणन ने बताया खास लम्हा
कप्तान श्रीनाथ नारायणन ने टीम की इस ऐतिहासिक जीत को खास बताते हुए कहा, “यह जीत बेहद खास है। ओलंपियाड में भले ही भारतीय टीम प्रबल दावेदार थी, लेकिन एमजीडी1 को यहां छुपा रुस्तम माना जा रहा था। ऐसे में यह स्वर्ण पदक और भी अधिक संतोषजनक है।”
अंतिम स्कोर में बढ़त
टीम एमजीडी1 ने टूर्नामेंट में कुल 21 अंक अर्जित किए, जो टीम हेक्सामाइंड (20 अंक) से एक अंक अधिक रहा। विश्वनाथन आनंद की टीम फ्रीडम 17 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही।
