पटना। अरसे बाद पटना में खेल विभाग के बड़े पदाधिकारियों की निगरानी व देखरेख में शुरू हुए सुब्रतो कप अंडर-17 बालक फुटबॉल प्रतियोगिता के पहले दिन ही बड़ा खेल हो गया।
बड़ा खेल यह हुआ हल्की ही जांच में चार टीमों के चोरी पकड़ी गई। जिन चार टीमों की चोरी पकड़ी गई उसमें शामिल हैं गोपालगंज, दरभंगा, सारण और मुंगेर। इन चार जिलों टीमों को गलत दस्तावेज प्रस्तुत करने के आरोप में टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया है।
पहले इस मामले को विस्तार से जानिए। राज्यस्तरीय सुब्रतो कप अंडर-17 बालक फुटबॉल प्रतियोगिता का आज पटना के पाटलिपुत्र स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में आगाज हुआ। पहले दिन कुल 8 मैच खेले जाने थे। यानी कुल 16 टीमों की उपस्थिति होनी थी जिसमें दो टीमें नवादा और शेखपुरा की टीम नहीं आई। बची 14 टीम।
पहला मुकाबला दरभंगा और गोपालगंज के बीच था। टीमों के दस्तावेज की जांच प्रक्रिया शुरू हुई। ये क्या दोनों ही गलत निकले। नतीजा दोनों टीमें बाहर। दूसरा मुकाबला भोजपुर बनाम नवादा। नवादा की टीम नहीं आयी। क्यों नहीं आई यह बताने वाला कोई नहीं। भोजपुर की बल्ले-बल्ले हो गई। तीसरा मुकाबला समस्तीपुर बनाम मुंगेर। मुंगेर की टीम गलत दस्तावेज के कारण स्क्रैच। सबसे अंतिम मुकाबला मधुबनी बनाम सारण। सारण की टीम गलत कागज प्रस्तुति में स्क्रैच। सीवान बनाम शेखपुरा मैच में शेखपुरा की टीम नहीं आने से सीवान को वाकओवर। कुल मिला कर पहले दिन 8 मुकाबले में मात्र तीन मैच खेले गए।
ऐसा नहीं है कि ये सारी चीजें पहली बार हुई हैं। हर बार यही कारनामे किये जाते हैं और ऊपर के अधिकारी कहते हैं कि अगली बार ठीक कर दिया जायेगा पर ठीक क्या होगा स्थिति और बदत्तर हो जाती है। इन कारनामों से जो सवाल खड़े हुए हैं उनका जवाब कौन देगा।
जो सवाल खड़े होते हैं-
-टीम स्क्रैच करने मात्र से क्या स्थिति सुधर जायेगी
-संबंधित जिला के पदाधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती
-आयोजन से लेकर टीम पर हुए खर्च जो बेकार चले गए उसकी क्षतिपूर्ति कौन करेगा
-जो खेलने के हकदार उनकी प्रतिभा को कुचला गया उसकी भरपाई कौन करेगा
-क्या जिला खेल पदाधिकारी टीमों को हनीमून मनाने आयोजन स्थल भेजते हैं
-जिलों में प्रतियोगिता कर टीम भेजेगी या या ऐसे ही टीम को केवल खानापूर्ति करने के लिए भेज दिया, इसकी जांच क्यों नहीं
-जिसने प्रतिभागिता नहीं की उन जिलों के पदाधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं
-हल्की जांच में जब इतनी गड़बड़ी पकड़ी गई तो अगर कड़ाई से जांच होगी तो क्या होगा
-शेष 22 टीमों की जांच अभी बाकी है उसकी स्थिति राम जाने
-क्या इन कारनामों से मिशन ओलंपिक 2028 का सपना पूरा होगा
-बड़े अधिकारी इस पर बड़ा एक्शन क्यों नहीं लेते
-जिलों के खेल पदाधिकारी कागजात की जांच किये बिना टीम को क्यों भेजते हैं
क्या कहना है पटना डीएसओ का
राज्यस्तरीय सुब्रतो कप अंडर-17 फुटबॉल प्रतियोगिता के आयोजन सचिव सह जिला खेल पदाधिकारी पटना ओम प्रकाश का कहना है कि मैंने संबंधित जिला के खेल पदाधिकारियों का कहा है कि आपके यहां से गलत टीम भेजी गई थी। कृपया आगे से ऐसा न हो इसका ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि मैं विभाग व प्राधिकरण को जो रिपोर्ट भेजूंगा उसमें इस बात का जिक्र करूंगा किन इन जिलों से गलत दस्तावेज के साथ टीम आई थी।