पटना। देश का नामी स्कूल फुटबॉल टूर्नामेंट सुब्रतो कप फुटबॉल के आयोजन की तारीखों का ऐलान हो चुका है पर बिहार मे इसे लेकर अभी तक कोई सुगबुगाहट नजर आई है। खेल के विकास के लिए नये तेवर में दिख रहा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा इस आयोजन को लेकर अभी तक कोई सूचना जारी नहीं की है।
गौरतलब है कि सुब्रतो कप फुटबॉल में पहले जिला लेवल पर स्कूल टीमों के बीच फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है इसके बाद राज्यस्तरीय टूर्नामेंट आयोजित किया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें कोई जिला या कोई राज्य की संयुक्त टीम नहीं खेलती है इसमें किसी एक स्कूल की टीम खेलती है। जो स्कूल ब्लॉक स्तर पर चैंपियन होगा वह जिला में खेलेगा और जो जिला में चैंपियन होगा वह राज्यस्तरीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेगा और जो टीम राज्य स्तर पर चैंपियन होगी वह राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में होने वाले सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में भाग लेगी।
सुब्रतो कप फुटबॉल के ऑफिसियल वेबसाइट https://subrotocup.in पर डाली गई सूचना के अनुसार सबजूनियर बालक अंडर-14 टूर्नामेंट छह से 15 सितंबर तक आयोजित की जायेगी। इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी का जन्म एक जनवरी 2009 या उसके बाद की होनी चाहिए।
बालिका अंडर-17 चैंपियनशिप का आयोजन 19 से 27 सितंबर तक की जायेगी। इसमें भाग लेने वाली खिलाड़ी का जन्म एक जनवरी 2006 या उसके बाद की होनी चाहिए। जूनियर बालक अंडर-17 टूर्नामेंट 1 से 11 अक्टूबर तक आयोजित किया जायेगा। इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी का जन्म एक जनवरी 2006 को या उसके बाद होना चाहिए।
आयोजन सितंबर में होना है। जुलाई का आधा महीना बीत चुका है पर बिहार सरकार के खेल विभाग व बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा सुब्रतो कप फुटबॉल को लेकर कोई गतिविधि नहीं शुरू हो पायी। बिहार में चलने वाले केंद्रीय विद्यालयों में जोनल लेवल पर बहुत पहले ही सुब्रतो कप फुटबॉल के मुकाबले हो गए पर बिहार सरकार के खेल विभाग और खेल प्राधिकरण को सुब्रतो कप फुटबॉल की आयोजन समिति की ओर से पत्र आने का इंतजार होगा। समय बस डेढ़ महीना का बचा है। इसमें जिला स्तरीय व राज्यस्तरीय प्रतियोगिता आयोजित करनी होगी। बढ़िया रिजल्ट के लिए ट्रेनिंग कैंप भी लगाना होगा। ऐसे में समय कहां है।
राज्य के खेल जानकारों का कहना है कि बिहार की बालिका अंडर-17 फुटबॉल टीम अभी उपविजेता होकर लौटी है। बिहार के फुटबॉल जगत का मनोबल ऊंचा है। अगर सुब्रतो कप में भी खिलाड़ियों का बेहतर प्रदर्शन राज्य का खेल विभाग या प्राधिकरण को जल्द से जल्द इसकी तैयारी शुरू करनी होगी।