जेएससीए स्टेडियम परिसर में स्वर्गीय अमिताभ चौधरी की प्रतिमा लगाए जाने व स्वर्ण जड़ित फोटो फ्रेम लगाए जाने
की खबरें प्रकाशित होने के बाद अमिताभ चौधरी के पुत्र अभिषेक चौधरी ने जेएससीए के इस कृत्य को वैक्तिगत संपदा
का हनन बता वकील के माध्यम से नोटिस थमा दिया है। नोटिस मिलने के बाद से जेएससीए प्रबंधन के होश फाख्ता हो
गए हैं। नोटिस में कहा गया है कि परिजनों की अनुमति के बगैर इस तरह का कृत्य को किसी भी तरह से स्वीकार
नहीं किया जा सकता है। लीगल नोटिस में पिता की मौत के बाद उनके शव पर सम्मान स्वरूप चढ़ाए गए तिरंगे के
अपमान का भी जिक्र किया गया है। पता हो कि इस मामले के बाद से ही अमिताभ चौधरी के परिजनों ने जेएससीए से
पूरी तरह से दूरी बना ली थी।
लीगल नोटिस के साथ जो विज्ञप्ति भेजी गई है वो पाठकों के लिए हूबहू छापी जा रही है।
नमस्ते।
श्री अमिताभ चौधरी की स्वर्ण जड़ित प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव को श्री अमिताभ चौधरी के परिवार एवं परिजनों ने
उनके जीवन मूल्यों आदर्शों तथा संघर्षों पर प्रहार बताया है। परिवार ने JSCA के सचिव को कानूनी नोटिस भेजकर
गंभीर आपत्ति जताई है और साथ ही कुछ आवश्यक जानकारियां भी मांगी है ताकि स्वर्गीय अमिताभ चौधरी की
विरासत को अक्षुण्णरखा जा सके एवं उनके आदर्शों के अनुरूप कार्यों द्वारा ही उनको श्रद्धांजलि अर्पित की जा
सके। स्वर्गीय अमिताभ चौधरी व्यक्तिपूजा एवं बाहरी आडंबर के गंभीर विरोधी थे। उनके लिए कर्म ही पूजा था।
कार्य के प्रति उनकी एकनिष्ठा एवं समर्पण अद्भु त था। परिणाम में विश्वास करते थे आडंबर के खिलाफ थे। उनकी
पुण्यतिथि पर इस तरह की प्रतिमा लगाए जा ने की घोषणा करना उनकी स्मृति को आभाहीन एवं धूमिल करने के
साथ-साथ उनकी बौद्धिक संपदा को भी धूल धूसरित करता है।
साभार : sportsjharkhand.com



