Monday, April 21, 2025
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शान-ए-बिहार : बेटियों के उड़ान के लिए खेत को ही बना डाला खेल मैदान

by Khel Dhaba
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सीवान। खेल समाचारों का वेबपोर्टल आपका अपना खेलढाबा.कॉम ने नई वीडियो शृंखला शुरू की है। इस वीडियो शृंखला में आपको प्रतिदिन बिहार के वैसी खेल हस्ती के बारे में बताता है जिन्होंने राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल जगत की क्षितीज पर अपने गांव, जिला, राज्य और देश का नाम रोशन किया है। शान-ए-बिहार नाम से शुरू इस वीडियो शृंखला की इस कड़ी में आज प्रस्तुत है वैसे शख्स के बारे में जिन्होंने खिलाड़ी बेटियों के सपने को साकार किया। तो आइए इस वीडियो के माध्यम से जानते हैं खेतों में पदक विजेताओं को तैयार करने वाले सीवान के लक्ष्मीपुर गांव के शिक्षक सह प्रशिक्षक संजय पाठक के बारे में-

संजय पाठक, बिहार खेल जगत का एक चर्चित चेहरा। पेशे से शिक्षक हैं पर उनकी पहचान बेहतरीन प्रशिक्षक के रूप में ज्यादा है। मैरवा के आदर्श मध्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत संजय पाठक ने खिलाड़ी बेटियों को ऐसी उड़ान दी की उन्होंने न केवल राज्य बल्कि इंटरनेशनल लेवल उनका नाम रोशन कर दिया। शुरुआती दिनों में वे अपने स्कूल के ग्राउंड पर ट्रेनिंग देते थे पर वहां उन्हें किसी कारणवश दिक्कत होने लगी। इसके बाद उन्होंने अपने गांव लक्ष्मीपुर में खेतों को ही प्ले ग्राउंड बना दिया और ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी और रानी लक्ष्मीबाई स्पोट्स एकेडमी की स्थापना कर ली। यह एकेडमी अब आवासीय हो गया जहां सबकुछ नि:शुल्क है।

इस एकेडमी से ट्रेनिंग लेकर अपने गांव, जिला, राज्य और देश का नाम रौशन करने वाली लड़कियों में निशा कुमारी, अमृता कुमारी, खुशबू कुमारी, तारा खातून, अर्चना कुमारी, धर्मशीला कुमारी, पुतुल कुमारी, उषा कुमारी,ममता कुमारी, अंतिमा कुमारी और न जाने कितने खिलाड़ी हैं। कारवां एथलेटिक्स और फुटबॉल से शुरू हुआ था। धीरे-धीरे कई गेम हैंडबॉल, हॉकी और बॉल बैडमिंटन जुड़ते चले गए। फुटबॉलर लड़कियों ने तो इस एकेडमी का नाम अंतरराष्ट्रीय क्षितीज पर रोशन कर दिया। संजय पाठक को बिहार सरकार के खेल सम्मान समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक का अवार्ड मिल चुका है। इसके अलावा इस एकेडमी की लड़कियों को भी कई सम्मान मिल चुके हैं।

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