पटना, 18 अप्रैल। बिहार क्रिकेट जगत से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। बिहार क्रिकेट टीम की ओर से प्रतिनिधित्व कराने के नाम राजस्थान के भरतपुर जिला के नदबई के दो खिलाड़ियों से लाखों रुपए ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में ठगी के शिकार हुए खिलाड़ियों के पक्ष में नदबई स्थित निजी क्रिकेट अकादमी के संचालक द्वारा नदबई पुलिस थाने में मामला (एफआईआर नंबर 0149, दिनांक 1-04-2025) दर्ज कराया गया है। इस संबंध में राजस्थान के अखबारों में खबर प्रकाशित हुई है।
नदबई निवासी केएमआर क्रिकेट अकादमी संचालक मोनू सत्येंद्र रौतवार द्वारा अपनी शिकायत में बताया गया कि उसे एक दोस्त के जरिए पटना के रहने वाले एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली थी। उसका नाम राजवीर सिंह। राजवीर सिंह बिहार से बाहर रह कर प्रैक्टिस करता है और वह बिहार के किसी जिला से बीसीए के घरेलू टूर्नामेंट में भी खेल चुका है।
दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि उन्हें बताया गया कि उसकी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में मजबूत पकड़ है और वह खिलाड़ियों को बिहार टीम में चयन कराने की क्षमता रखता है।
मोनू द्वारा बताया गया है कि राजवीर सिंह द्वारा पटना बुलाने पर वह अपने 2 साथियों सौरभ गोदारा और अभिषेक यादव के साथ 7 मार्च 2024 को कार से पटना पहुंचा था। राजवीर ने वहां के एक क्रिकेट एकेडमी के कोच से हमारी मुलाकात कराई और दोनों खिलाड़ियों के चयन की बात चलाई थी। राजवीर ने बिहार टीम में चयन के लिए खिलाड़ियों के दस्तावेज और प्रबंधन शुल्क के रूप में 21 लाख रुपए की मांग की जिसपर मोनू ने अपने साथियों के सामने 5 लाख रुपए राजवीर को नकद दे दिए और बाकी के 16 लाख रुपए बाद में देने की सहमति बनी थी।
मोनू द्वारा बताया गया है कि 14 अक्टूबर 2024 तक उसने राजवीर को विभिन्न माध्यमों से 11,15,800 रुपए और 5 लाख रुपए नकद दिए यानी कुल 16,15,800 रुपए दिये गए। जब भी टीम में चयन की स्थिति के बारे में पूछा गया तो राजवीर बहाने बनाता रहा और टालमटोल करता रहा। मोनू ने जब 18 दिसंबर 2024 को कोच को फोन कर पूरी घटना बताई तो राजवीर ने 1 लाख रुपए मोनू के बैंक खाते में वापस भेजे और बाकी रुपए 8 जनवरी 2025 तक लौटाने का वादा किया था लेकिन जब 8 जनवरी को पैसे वापस मांगे गए, तो उसने 10 फरवरी तक का समय मांगा। 10 फरवरी के बाद भी जब 15 लाख 15 हजार 800 रुपए वापस नहीं किए जाने पर नदबई थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
खबर है कि इस संबंध में संबंधित थाना द्वारा कारवाई की जा रही है और संबंधित आरोपित व्यक्तियों को नोटिस भी भेज दिया गया है।
बिहार क्रिकेट टीम में सेलेक्शन करने के नाम पर ठगी करने का कोई यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई मामले दर्ज हैं। नई दिल्ली में इसे लेकर धरना में दिया जा चुका है पर यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे बिहार क्रिकेट एसोसिएशन इसे लेकर कई बार निर्देश जारी कर चुका है।