पटना। आज से सात-आठ साल पहले बिहार के लोग रग्बी खेल के बारे में बस यही जानते थे कि यह बहुत खतरनाक खेल है और यह अनुभव उन्हें टीवी पर दिखाये जाने वाले मैचों से होता था पर पंकज ने इस खेल की ऐसी ज्योति जलाई कि वर्तमान समय में यह खेल बिहार में काफी पोपुलर हो चुका है और इसके खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेर रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि सात-आठ साले पहले बिहार में इस खेल को संचालन करने वाला खेल संगठन नहीं था पर वह मृतप्राय था। इस खेल का यहां नामोनिशान नहीं था। इस खेल के राष्ट्रीय संगठन ने पंकज कुमार ज्योति को बिहार में इस खेल को चलाने का जिम्मा सौंपा। पंकज को जिम्मेवारी मिलते ही पुराना संगठन भी अपनी वजूद के लिए जाग उठा।इस मामले में राष्ट्रीय संगठन ने हस्तक्षेप किया और दोनों खेमों को मिलकर इसे बिहार में जागृत करने को कहा पर दूसरा खेमा अपनी पुरानी राह पर चल पड़ा। पंकज कुमार ज्योति ने अपना अभियान जारी रखा और इस खेल को आगे बढ़ाने के लिए राह बनानी शुरू कर दी।
स्कूलों में जाकर इसका प्रचार-प्रसार किया। एथलीट होने के कारण पंकज ने राज्य के एथलीटों को अपने गेम की ओर मोड़ा और फिर क्या था रग्बी खेल राज्य में चल पड़ा ही नहीं बल्कि दौड़ पड़ा। फर्राटा एथलीटों के ऐसा कमाल किया कि पहले स्कूली गेम्स, फिर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी अपना परचम लहरा दिया। पंकज ने इस खेल को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी कार्यालय के भी चक्कर लगाए। एसजीएफआई गेम्स में टीम भेजने के लिए मिन्नत की मगर सरकारी अधिकारियों ने फंड का हवाला दे संध को अपने खर्च पर टीम भेजने की शर्त रखी दी, यहां भी पंकज ने हार नहीं मानी और अपने खर्च पर टीम भेजकर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के बालक बालिका के सभी ग्रुप व फार्मेट में पताका फहराकर सरकारी बाबुओं की उम्मीदों पर खरा उतरे। ये बात अलग है कि लगातार इस खेल की उपलब्धियों को देखते हुए और पंकज की कोशिशों के बाद खेल विभाग को इसे राज्य खेल कलेंडर में शामिल किया।
वर्तमान समय में राज्य की महिला रग्बी खिलाड़ियों का जलवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। नालंदा की रहने वाली श्वेता शाही, बाढ़ की रहने वाली स्वीटी कुमारी, खुशबू कुमारी, कविता कुमारी, गुड़िया कुमारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा रही हैं। बाढ़ की स्वीटी कुमारी को वर्ल्ड रग्बी द्वारा बिहार की रग्बी प्लेयर स्वीटी कुमारी को इंटरनेशनल यंग प्लेयर ऑफ द ईयर-2019 घोषित किया गया है। स्वीटी कुमारी एशिया की फास्टेस्ट वूमेन रग्बी प्लेयर है। गुड़िया कुमारी जापान में हुए विश्व कप रग्बी चैंपियनशिप के दौरान शिरकत कर चुकी है।
इस खेल के प्रचार-प्रसार में यहां हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता का मुख्य योगदान हुआ। पिछले तीन-चार साल से हर वर्ष यहां सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिससे बिहार के लोगों ने काफी नजदीक से इस गेम को देखा और समझा। इसके अलावा स्कूल गेम्स में इस स्पर्धा के शामिल होने के बाद जिला में इसका आयोजन होना भी इसके पोपुलरिटी में कड़ी का काम किया। राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का निरंतर आयोजन होना भी इसकी बेहतरी में कारगर साबित हुआ। साथ ही पंकज कुमार ज्योति की टीम ने प्रत्येक जिला में जाकर स्कूलों, कॉलेजों में इस गेम्स का प्रचार किया। | इसी का नतीजा है कि ऑल इंडिया विश्वविद्यालय रग्बी टूर्नामेंट में यहां की टीम का जलवा रहा।
पंकज कुमार ज्योति के अलावा इस गेम्स को पोपुलर करने में मेंटर अभिषेक कुमार का भी बड़ा योगदान रहा जिन्होंने सभी मौकों पर दिशा-निर्देश ही नहीं दिया बल्कि हर कठिन परिस्थितियों में पंकज के साथ खड़े रहे। पूर्व एथलीट व कोच अभिषेक की सलाह और रणनीतियों का अनुपालन भी पंकज कुमार ज्योति की टीम ने किया और यह खेल आज ऊंचाईयों की छुने लगा ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। अब तो मुख्यमंत्री भी राज्य रग्बी संघ के पदाधिकारियों और खिलाड़ियों को बुलाकर न सिर्फ उनकी पीठ थपथपाई बल्कि इस खेल को हर संभव मदद पहुंचाने की घोषणा भी की।