आप अक्सर जेल के अंदर दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर मारपीट की खबरें सुनते होंगे। कभी यह न सुना होगा कि जेल के अंदर पहलवानी हो रही है। पर यह सही है। दिल्ली के तिहाड़ जेल के अंदर आजकल पहलवानी हो रही है। दंगल कर रहे हैं और सीख रहे हैं कैदी। एक या दो नहीं 20 पहलवान दंगल लड़ने को तैयार हैं। इन्हें पहलवानी का गुर सिखाया है ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने। सुशील कुमार हत्या के एक मामले में तिहाड़ जेल के नंबर दो में बंद हैं।
तिहाड़ जेल के सूत्रों से मिली खबर के अनुसार कुश्ती के प्रति जेल में बंद कैदियों का रुझान बढ़ रहा है। पहले तो कम कैदी दंगल सीख रहे थे पर आज कल 20 पहलवान कुश्ती के दांव-पेंच सीख रहे हैं।
तिहाड़ जेल प्रशासन के अनुसार पहलवान सुशील कुमार को खेलकूद की गतिविधियों में शामिल करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन कोविड-19 की वजह इस योजना पर रोक लगा दी गई थी। जैसे ही कोरोना के आंकड़े में कमी आयी सुशील कुमार को अपने साथी कैदियों को कुश्ती और शारीरिक तंदरुस्ती के गुर सिखाने के लिए तैयार कर लिया गया।
तिहाड़ जेल के अधिकारियों के अनुसार पहलवान सुशील कुमार सुबह 7.30 से नौ बजे और शाम में 4.30 से 6.00 बजे तक कैदियों को कुश्ती की ट्रेनिंग देते हैं। इस दौरान कैदियों को फिट रहने के भी टिप्स दिये जाते हैं।
जेल महानिदेशक संदीप गोयल का कहना है कि सुशील कुमार पेशेवर पहलवान है। ऐसे में कैदियों को प्रशिक्षण से फायदा हो रहा है।
(साभार : www.amarujala.com)