ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही एशेज सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच के चौथे दिन लॉर्ड्स का मैदान एक खिलाड़ी की खेल भावना के आगे सब नतमस्तक हो गए।
नाथन लियोन, जो कुछ समय पहले बैसाखी के सहारे चलते नजर आए थे, जब टीम को उनकी जरूरत थी तो वह आगे बढ़े और उन्हें यह कहने का साहस दिया, “मैं यहां हूं, डरो मत।” पूरी दुनिया उनकी खेल भावना को देखकर उनके सामने सिर झुकाती नजर आई है।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर नाथन लियोन को कप्तान पैट कमिंस ने चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान बल्लेबाजी से बाहर कर दिया। लेकिन अनुभवी ऑफ स्पिनर अपने साथियों का समर्थन करने के लिए बल्लेबाजी करने आए। अपना लगातार 100वां टेस्ट मैच खेल रहे लियोन को लॉर्ड्स में दूसरे एशेज टेस्ट के दूसरे दिन कैच लेने की कोशिश में दाहिने पैर में चोट लग गई।
मैच के चौथे दिन नाथन लियोन बल्लेबाजी करने आए और आखिरी विकेट के लिए मिशेल स्टार्क के साथ 15 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 370 रन तक पहुंचा दी। जब ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 279 रन बनाए तो लियोन चार रन पर आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 371 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 114 रनों पर चार विकेट खो दिए।