मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सहायक महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) के.वी.पी राव को उप-महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) का पद सौंपने का निर्णय लिया। हालांकि राव ने मौजूदा महाप्रबंधक सबा करीम पर तंज कसते हुए प्रमोशन लेने से इंकार कर दिया।
राव ने सीईओ राहुल जौहरी से कहा, ‘सबा करीम (महाप्रबंधक क्रिकेट संचालन) ने मुझे आपके द्वारा हस्ताक्षरित पत्र सौंपा और सहायक महाप्रबंधक से उप-महाप्रबंधक बनाए जाने की सूचना दी। मुझे खुशी है कि आखिरकार मेरी कड़ी मेहनत को बीसीसीआई प्रबंधन ने स्वीकार किया और मेरा प्रमोशन करने का निर्णय लिया।
राव ने कहा, मैं इस अवसर पर विचार के लिए बीसीसीआई प्रबंधन को धन्यवाद देता हूं, लेकिन मैं निवेदन करना चाहता हूं कि मुझे सहायक महाप्रबंधक के पद पर बनाए रखा जाए। पद का नाम वास्तव में मेरे लिए मायने नहीं रखता है क्योंकि मैंने जो काम किया है, वो किसी महाप्रबंधक से कम नहीं है।
उन्होंने जौहरी से कहा, जब आईपीएल के सीओओ की जगह खाली थी, तो हेमांग अमीन को सहायक महाप्रबंधक से सीओओ बनाया गया। 2011 से आईपीएल में शामिल होने के उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें प्रमोशन दिया गया था। यहां मैं उल्लेख करना चाहूंगा कि मैं नवंबर 2010 में बीसीसीआई में शामिल हुआ था और बीसीसीआई में शामिल होने से पहले 20 से भी अधिक वर्षों तक टाटा स्टील के साथ काम कर चुका था।
उन्होंने आगे कहा, डॉ. श्रीधर के इस्तीफे के बाद महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) की जगह खाली होने पर मुझे पूरी उम्मीद थी कि घरेलू सीजन को संभालने का मेरा अनुभव मेरे पक्ष में काम करेगा और मुझे भी आईपीएल के सीओओ की तरह महाप्रबंधक बनाया जाएगा। राव ने मौजूदा महाप्रबंधक करीम पर भी तंज कसा।
उन्होंने लिखा, मुझे पूरा विश्वास है कि मैं एक अच्छा महाप्रबंधक बनता, लेकिन शायद मेरी सभी उपलब्धियां मुझे महाप्रबंधक के पद तक पहुंचाने में समर्थ नहीं हैं। मुझमें कुछ ऐसे गुणों की कमी हो सकती है जो मौजूदा महाप्रबंधक के पास हैं और इसी कारण से बीसीसीआई ने मुझे महाप्रबंधक या सीओए, एनसीए के रूप में आगे नहीं बढ़ाया।
राव को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में भी काम करने का अनुभव है, लेकिन उन्हें एनसीए का सीओओ भी नहीं बनाया गया था।