नईदिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट जगत की तमाम गतिविधियां इस समय ठप्प पड़ी हुई हैं और इसका असर आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर भी पड़ सकता है।
विश्व की नंबर एक टीम भारत फिलहाल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 360 अंकों के साथ पहले और ऑस्ट्रेलिया 296 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। हालांकि भारत को हाल ही में न्यूजीलैंड के हाथों 0-2 से टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था जिससे इस चैंपियनशिप में मुकाबला खुल गया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में टीमों को दो वर्षों तक घर में और विदेशी जमीन पर टेस्ट सीरीज खेलनी है और चैंपियनशिप के मैचों को अगले वर्ष मार्च तक समाप्त हो जाना है जिसके बाद अंक तालिका में मौजूद शीर्ष दो टीमों के बीच फाइनल मुकाबला जून 2021 में लॉड्र्स मैदान में खेला जाएगा। लेकिन कोरोना के कारण कई सीरीज को स्थगित कर दिया गया है जिसके कारण टीमें अपनी निर्धारित सीरीज पूरी नहीं कर पाएंगी और इसका सीधा प्रभाव विश्व चैंपियनशिप पर पड़ेगा। चैंपियनशिप में नौ टीमों को छह-छह सीरीज खेलनी हैं।
चैंपियनशिप को लेकर इस समय कई सवाल उठ रहे हैं। क्या क्रिकेट शुरू होने के बाद तालिका में शीर्ष दो टीमें फाइनल खेलेंगी या फिर चैंपियनशिप के क्रम को पूरा किया जाएगा। अब सभी टीमों के लिए अपना चक्र पूरा करना आसान नहीं होगा क्योंकि कई टीमें अब तक एक-एक सीरीज ही खेल पायी हैं। क्या फाइनल को आगे खिसकाया जाएगा ताकि सभी टीमें अपनी सीरीज पूरी कर सकें और उनके पास फाइनल में जगह का समान मौका रहे।
इसका असर चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण पर भी पड़ सकता है जो 2021 से 2023 तक खेली जानी है। मौजूदा भविष्य दौरा कार्यक्रम 2023 तक खेला जाना है और आईसीसी को इसके कार्यक्रम को नए सिरे से देखना पड़ सकता है।