
पूरी दुनिया में कोरोना वाइरस ने अपना कहर बरपा रखा है, जिसके कारण सारी चीजें थम सी गई हैं। खेलों के साथ भी यही मामला जुड़ा है। खेल बिल्कुल स्थगित हैं।
भारत के हिसाब से सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट का की बात भी ऐसी ही हैं। भारत में मार्च के दूसरे हफ्ते के बाद क्रिकेट का कोई मैच नहीं हुआ है। अगर अप्रैल महीने को देखें तो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में में न तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और ना ही कोई घरेलू क्रिकेट का आयोजन हुआ।
74 सालों में यह पहला मौका है जब अप्रैल के महीने में कोई अधिकृत क्रिकेट नहीं खेला गया। इसी तरह 1990 के सितंबर महीने के बाद अप्रैल 2020 पहला मौका है जब ना तो कोई टेस्ट मैच खेला गया ना ही वनडे या ळ20 का आयोजन हुआ। इस तरह देखें तो अप्रैल में क्रिकेट का बिल्कुल ही नामोनिशान मिट गया। आने वाले महीनों में क्या होगा, नहीं कहा जा सकता है, लेकिन यह तय है कि 74 सालों में जो नहीं हुआ था वह अप्रैल 2020 में हो गया-यानी किसी तरह का क्रिकेट नहीं हुआ। इसमें घरेलू और अंतराष्ट्रीय क्रिकेट दोनों शामिल हैं। पहले 1990 की बात करते हैं जब सितंबर में न तो कोई टेस्ट मैच खेला गया और ना ही कोई वनडे इंटरनेशनल खेला गया था।

1946 में भी ऐसा ही मौका आया था जब विश्व युद्ध के कारण कम से कम अप्रैल के महीने में किसी तरह का क्रिकेट नहीं खेला गया। हालांकि 1946 में भारत की टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी। लेकिन भारत का मैच मई के महीने में शुरू हुआ था । इसी तरह हॉलैंड में भी अप्रैल के महीने में कोई क्रिकेट नहीं खेला गया, लेकिन अगस्त में वहां क्रिकेट खेला गया था। दूसरी ओर इंग्लैंड में अप्रैल में किसी तरह का कोई मैच नहीं खेला गया।

हालांकि 1946 में इंग्लैंड की काउंटी चैंपियनशिप मई में शुरू हुई थी। जबकि टेस्ट मैच के लिए ट्रायल मैच जून में खेला गया था। इसी तरह इंग्लैंड में प्रथम श्रेणी इंटर काउंटी मैच भी बाद में खेले गए थे। इसके अलावा 1946 में ही यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप का आयोजन मई के महीने में हुआ था। कुल मिलाकर अप्रैल 1946 के बाद अप्रैल 2020 पहला मौका है जब किसी तरह का अधिकृत क्रिकेट पूरी दुनिया में नहीं खेला गया।