पटना। 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए दिल्ली से रवाना हुई पहली शतरंज ओलंपियाड टार्च रिले बुधवार के पटना आगमन पर शानदार स्वागत किया गया। बुधवार की सुबह मशाल ग्वालियर से पटना विशेष विमान से पहुंचा। पटना हवाई अड्डे पर इसका स्वागत ऑल बिहार शतरंज संघ के पदाधिकारी व खेल विभाग के पदाधिकारियों ने किया।
वहां से खुली जीप के द्वारा गांधी मैदान स्थित Gyan भवन लाया गया जहां स्वागत Sports डेवलपमेंट ऑथरिटी ऑफ बिहार के महानिदेशक रवींद्र शंकरन समेत अन्य पदाधिकारियों ने किया।
Gyan भवन में हुए विशेष कार्यक्रम के दौरान मशाल के साथ चल रहे ग्रैंडमास्टर प्रवीण थिप्से ने इसे महामहिम राज्यपाल फागू चौहान को सौंपा और फिर फागू चौहान ने कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री डॉ आलोक रंजन झा को सौंपा। खेलमंत्री व खेल विभाग के अन्य पदाधिकारी इसे लेकर सभ्यता द्वार गए और उसके बाद सड़क मार्ग से होते हुए यह नालंदा, राजगीर होते गया पहुंचा।
Gyan भवन में हुए विशेष कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि शतरंज खेलने से हमारा मानसिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि यह हमारी बुद्धि को बढ़ाने वाला खेल है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार खेल के विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है।
इस मौके पर खेलमंत्री डॉ आलोक रंजन झा ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार और बिहार में नीतीश सरकार खेल समेत अन्य क्षेत्रों में विकास के लिए ढेर सारे कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने खिलाड़ियों के हित के लिए कई बड़े फैसले लिये हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खिलाड़ियों से मिल कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिशा-निर्देश में हाल के दिनों में खेल के कई बेहतर काम हुए हैं। हम अपने संसाधनों को बढ़ाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि हम खिलाड़ियों को हर संसाधन उपलब्ध कराने को दृढ़संकल्पित हैं।
इस मौके पर Sports डेवलपमेंट ऑथरिटी ऑफ बिहार के महानिदेशक रवींद्र शंकरण ने कहा कि हमारा सपना है वर्ष 2028 तक अपने खिलाड़ी को ओलंपिक पहुंचाना। इस सोच के बनते ही ओलंपिक मशाल हमारे पास पहुंच गया। यह हमारे लिए शुभ संकेत है। मशाल तो हमारे पास चला आया अब हमें उसके पास पहुंचना है।
इस मौके पर ऑल बिहार शतरंज संघ के अध्यक्ष दिलजीत खन्ना ने कहा कि हम बिहार वासी आज गौरवान्वित है कि हमारे राज्य में मशाल आया है। उन्होंने कहा कि बिहार में अब शतंरज का बयार बहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हमें पूरा सपोर्ट मिल रहा है।
इस मौके पर सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न के साथ-साथ पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बिहार के नन्हें शतरंज खिलाड़ियों के साथ ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से समलटेनिस शतरंज खेला।
अपने स्वागत भाषण में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि मशाल का हमारे राज्य में आना बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि खेल विभाग खिलाड़ियों के हित का पूरा ख्याल रख रही है। खिलाड़ी केवल अपने खेल पर ध्यान दें।
इस मौके पर खेल विभाग के निदेशक विनोद सिंह गुंजियाल, खेल प्राधिकरण के निदेशक सह सचिव पंकज राज, राज्यपाल के प्रधान सचिव राज्यपाल के प्रधान सचिव आरएल चोंग्थू, ऑल बिहार शतरंज संघ के सचिव धर्मेंद्र कुमार समेत खेल विभाग व संघ के पदाधिकारीगण मौजूद थे। मंच संचालन सोमा चक्रवर्ती ने किया।