पटना। केंद्र सरकार खेलो इंडिया अभियान के तहत बिहार में मलखंभ खेल को बढ़ावा दे रही है। अब बिहार सरकार से इस ग्रामीण खेल को राज्य में आगे बढ़ाने की दरकार है। शुक्रवार को बेली रोड स्थित केंद्रीय स्कूल में राज्य के पहले मलखंभ अखाड़ा का उद्घाटन करते हुए बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि अपने यहां प्रतिभावान खिलाडि़यों की कमी नहीं है। बस उन्हें उचित प्रोत्साहन की जरूरत है। जिस तरह रोप और पोल मलखंभ पर मैंने 50-60 खिलाडि़यों को प्रदर्शन करते देखा। उससे परिलक्षित हो गया कि, अगर उन्हें प्रोत्साहन मिला तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश और बिहार का नाम रोशन करेंगे।
यह ऐसा खेल है, जिसमें कम लागत और ज्यादा फायदा होता है। केंद्र सरकार और मलखंभ एसोसिएशन ऑफ इंडिया की नजरें इनायत बिहार पर है। अब उम्मीद करते हैं कि बिहार सरकार के खेल विभाग के अधिकारी इस खेल को नजरअंदाज नहीं करेंगे।
तिवारी ने कहा कि फिट इंडिया अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलखंभ खेल को देखकर की थी। योग का कलात्मक रूप ही मलखंभ है। फिट इंडिया अभियान के तहत ही इसे हमें अपने राज्य में निजी, सरकारी स्कूलों के अलावा घर-घर तक पहुंचाना है। इस काम में कॉरपोरेट के लोगों को भी आगे आना होगा।
बिहार मलखंभ संघ के अध्यक्ष सौरव चक्रवर्ती ने कहा कि अनु आनंद फाउंडेशन पहले से ही इस खेल से जुड़ा है और खिलाडि़यों को मदद करता है। राज्य में खुलने वाले चार अखाड़ों को हम हरसंभव मदद करेंगे। अगले साल टोक्यो ओलंपिक में इस खेल का डेमो दिखाया जाएगा। मुझे उम्मीद है कि शीघ्र ही यह खेल ओलंपिक में भी शामिल होगा। केंद्रीय स्कूल के प्राचार्य प्रदुम्न कुमार सिंह ने अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया और अपने यहां के प्रशिक्षुओं को मदद करने की बात कही। केवि में मलखंभ अखाड़ा की कोच अजिता है। मंच संचालन शिक्षिका पूनम चौधरी ने किया। मौके पर संघ के उपाध्यक्ष प्रियरंजन सिंह, महासचिव प्रवीण कुमार मिश्रा, खेल शिक्षिका एनडी नेगी, योग शिक्षिका अर्चना झा, रेणू सिंह, मीनी कुमारी, राम रेखा ठाकुर, राहुल सिंह, प्रभु चौहान मौजूद थे।