पटना। बिहार क्रिकेट में अभी इलेक्शन का माहौल है। वोट की राजनीति में अपनी गोटी सेट करने के लिए जिला संघों को खुश किया जाना है और उन्हें खुश करने के फेर सेलेक्शन की लिस्ट लंबी होती चली गई। इस लंबी लिस्ट में कुछ अच्छे छुट गए और कुछ खराब लिस्ट में शामिल हो गए। कई अपने जमाने के जेलर खिलाड़ी भी इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में सफल हो गए। बिहार क्रिकेट जगत में यह चर्चा है कि पहली बार ऐसा हुआ कि जिला संघों के आगे राज्य संघ की सत्ता में बैठे अधिकारी झुकते नजर आ रहे हैं।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (गोपाल बोहरा गुट) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आयोजित होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी वनडे क्रिकेट के लिए लगने वाले बिहार टीम के कैंप के लिए 49 प्लेयरों की एक लिस्ट अपने इंटरनल व्हाटशएप ग्रुप पर डाला। इस मैसेज में लोगों को इस सूचना को किसी भी सोशल मीडिया या मीडिया हाउस को नहीं देने के लिए निर्देशित किया गया।
इसके बाद इंटरनल व्हाटशएप ग्रुप में जिला संघों ने अपना विरोध शुरू किया। इसके बाद राज्य संघ के पदाधिकारी ने मैसेज डाला कि जिला संघ अपने जिला की ओर से संबंधित मैच में बेहतर प्रदर्शन करने वाले दो-दो प्लेयरों की सूची भेजे। इस बात की पुष्टि शेखपुरा जिला संघ के पदाधिकारी गंगा कुमार यादव के उस कमेंट से होती है जिसमें उन्होंने लिखा है कि किसी को शिकायत नहीं होनी चाहिए क्योंकि ‘सचिव महोदय ने सभी जिलों के सचिव से खिलाड़ियों का लिस्ट मांगा था।आरोप लगाना ठीक नहीं है’।
इस बहती गंगा में हाथ धोने से जिला संघ कहां रुकने वाले थे, खास कर वो जिनकी की नजदीकियां राज्य संघ के पदाधिकारी से ज्यादा है। इन नजदीक के कारण अलग-अलग है। कुछ उनके खास पहले से हैं और कुछ हाल के दिनों में बने या बनाये गए हैं। बनाये गए हैं का मतलब जिला संघों में उन्हें ऐन केन प्रकारेण बिठाया गया है। खबर तो यह है कि एक जिला संघ ने तो प्लेइंग इलेवन से दो कम की लिस्ट राज्य संघ को भेज दी थी। इतनी लंबी-लंबी लिस्ट आता देख राज्य संघ के टॉप अधिकारी ने माथा पकड़ लिया। वे करते भी क्या, उन्हें आगे जो इन सबों से वोट जो लेना है और दो गुटों की छिड़ी जंग में अपना वर्चस्व भी कायम रखना है।
इस लिस्ट के फेर में जिला संघ अपने जिला के टैलेंट खिलाड़ियों को भूल गए या उन्हें राज्य संघ से जिला संघ के बेहतर संबंध नहीं होने के कारण भूला दिया गया है। बिहार क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि जब जिला संघों से ही लिस्ट मांग कर अपनी लिस्ट तैयार करनी है तो घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है। अगर मैच कराते हैं तो उसके दस्तावेज देखिए और परफॉरमेंस के आधार पर खुद लिस्ट तैयार कर लीजिए।
खेलढाबा.कॉम के पास अंडर-23 और अंडर-19 की लिस्ट है जो राज्य संघ द्वारा अपने इंटरनल व्हाटशएप ग्रुप पर डाली है। इस लिस्ट में भी अभी और नाम जुड़ेंगे,देखिए वह कितनी बड़ी लिस्ट होती है।