पटना। जब घरेलू टूर्नामेंट में किये परफॉरमेंस का कोई मतलब ही नहीं था तो काहे को प्लेयरों से ए-4 साइज के पेपर ही घरेलू मैचों में किये प्रदर्शन को लिखकर मांगा गया था। यह सवाल बिहार का क्रिकेट जगत बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के प्रबंधन से पूछ रहा है। जिन खिलाड़ियों ने घरेलू टूर्नामेंट में शानदार परफॉरमेंस किया उन्हें नजर अंदाज किया गया और जो टीम पहले और दूसरे दौर में बाहर हो गई उनके प्लेयर आज 80 संभावितों में शामिल है। पटना से कुछ ऐसे प्लेयरों का नाम दिख रहा है जो इसके पहले जारी सूची में नहीं था।
रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट की चैंपियन टीम खगड़िया के विश्वजीत, कुंदन, कार्तिकेष चौधरी और कुणाल का नाम टीम लिस्ट से गायब होना क्रिकेट जगत को पच नहीं रहा है। क्रिकेट जगत का कहना है कि अगले चरण में प्रवेश जरूर मिलना चाहिए था। विश्वजीत ने सात मैच में 359 रन बनाये हैं। कुंदन ने कुल 31 विकेट चटकाये हैं। एक मैच में दस विकेट इसके नाम है। कार्तिकेष चौधरी ने 325 रन बनाये और 15 विकेट लिये हैं। कुणाल ने 217 रन बनाये और 26 विकेट चटकाये हैं। कुणाल ने भी एक मैच में दस विकेट चटकाये थे।
गया के विक्की रंजन ने रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में कुल 392 रन बनाये हैं। एक मैच में 144 रन बनाये थे और एक मैच में नाबाद 85 रन बनाये थे। इन सबों की प्रतिभा को पांच-छह गेंदों में परख लिया क्या।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव संजय कुमार का वह बयान कि आने वाले दिनों में घरेलू मैचों में किये गए प्रदर्शन के आधार पर ही सेलेक्शन होगा, कहां चला गया गया। सचिव का वह बयान जब अब ही वह अमलीजामा नहीं पहन पा रहा है तो आने वाले दिनों में क्या होगा वह देखने वाली बात होगी।
बिहार क्रिकेट : तब काहे को प्लेयरों से मांगा गया था ए-4 साइज पेपर पर परफॉरमेंस चार्ट
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