राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्रा स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स के बास्केटबॉल कोर्ट पर सोमवार को संपन्न 72वीं ईस्ट जोन सीनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप के दोनों वर्गों का खिताब पश्चिम बंगाल ने जीत लिया। महिला वर्ग जहां राउंड रॉबिन पद्धति से पश्चिम बंगाल की टीम विजेता बनीं वहीं पुरुष वर्ग के फाइनल में बंगाल ने उत्तराखंड को 52-73 से हरा कर खिताब अपने नाम किया। पुरुष वर्ग के फाइनल मुकाबले में बंगाल के रघु एस ने 32 व हरीश ने 7 अंक जबकि उत्तराखंड के लिए अमनदीप एस ने 16 व केशव सिंह ने 7 अंक हासिल किए।
इस चार दिवसीय इस प्रतियोगिता में मेजबान बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश व अंडमान निकोबार की टीम के करीब 250 खिलाड़ियों व आफिशियल ने भाग लिया।
इधर दिन के समय में खेले गए महिला वर्ग में चौथे स्थान के लिए हुए मुकाबले में बिहार ने उत्तराखंड को 58-32 से मात दी। बिहार की ओर से राधा गोड़ ने 19 व रीतू ने 10, जबकि उत्तराखंड के लिए आरती ने 12 अंक प्राप्त किए। जबकि दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश व तीसरे स्थान पर ओड़िशा की टीम रही।
प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि कला, संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय व अति विशिष्ट अतिथि बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने विजेता व उपविजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विनोद कुमार गुंजियाल (निदेशक, कला संस्कृति व युवा विभाग), पंकज कुमार राज (निदेशक सह सचिव, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण), रामचंद्र राव (महाप्रबंधक वित्त, भारत संचार निगम लिमिटेड) व उत्तराखंड टीम के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व अर्जुना अवार्डी विशेष भृगवंशी रहे। इससे पहले अतिथियों का स्वागत बास्केटबॉल एसोसिएशन आफ बिहार के सचिव सुशील कुमार ने शॉल व मोमेंटो भेंटकर किया। वहीं मंच का संचालन व सभी के प्रति आभार आयोजन सचिव विनय कुमार ने किया।
बाहर की टीमों से खेल रहे बिहारी जल्द घर करें वापसी: रविंद्रन शंकरण
समापन समारोह पर बतौर अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने बाहर की टीमों में खेल रहे बिहारियों को अविंलंब घर वापसी करने को कहा। खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करने के दौरान जैसे ही पत्ता चला की विजेता टीम पश्चिम बंगाल की दोनों टीमों में कई खिलाड़ी बिहार के हैं उन्होंने तुरंत खेल मंत्री के समक्ष बास्केटबॉल एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव सुशील कुमार को इन खिलाड़ियों को घर वापसी कराने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने साफ कहा कि अब बारी बिहार की है किसी भी कीमत पर हम अपने अच्छे खिलाड़ियों को खोना नहीं चाहते। उन्हें हर सुविधा प्रदान की जाएगी। वहीं खेल मंत्री ने भी खिलाड़ियों व राज्य में खेल के विकास के लिए हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया।





