पटना। बिहार के राजा लल्ला की बिहार क्रिकेट के महाकुंभ बीसीएल में इंट्री हो गई है। लल्ला ने इंट्री की खबर मिलने के बाद उस टीम के कोच को फोन किया और टीम के बारे में जानकारी भी ली। हालांकि इंट्री की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है और न ही राजा लल्ला का नाम बिहार क्रिकेट लीग की वेबसाइट पर प्लेयर लिस्ट में दिखाई दे रही है पर खेलढाबा.कॉम को विश्वसत सूत्रों ने जानकारी दी है कि राजा लल्ला के पप्पा ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों को इसके लिए इतना परेशान कर दिया कि इंट्री के अलावा कोई चारा नहीं बचा था।
बीसीएल के गवर्निंग काउंसिल के बड़े पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर राजा लल्ला की इंट्री की पुष्टि की है। खबर यह भी बीसीएल की फ्रेंचाइची टीमें उन्हें लेने से इंकार कर रही पर उन्हें जबर्दस्ती थोपा जा रहा है।

परेशानी का पता इसी से चलता है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के एक बड़े पदाधिकारी से पटना के सीनियर खेल पत्रकार ने इस संबंध में जब सवाल दागा तो उस बड़े पदाधिकारी ने कहा कि उससे संबंधित सवाल को छोड़ कर बाकी कुछ और लीजिए। उस राजा लल्ला को लेकर बड़े-बड़े दिग्गज हस्तियों के फोन आते हैं और सभी टीम में शामिल करने की बात करते हैं।
खबर यह भी है कि राजा लल्ला के पप्पा ने टीम में शामिल करने के लिए एक शर्त भी रख दी है। शर्त यह है कि एक मैच में हर हाल में प्लेइंग इलेवन में उसे शामिल करना होगा।



राजा लल्ला के पप्पा की पिछले कुछ वर्षों की कहानी यही है कि जबतक लल्ला बाहर रहता तो सारी चीजें उन्हें असंवैधानिक (गलत) दिखती हैं। सारे लोग बेईमान दिखते हैं। खिलाड़ी बुढ़ा दिखता है पर जैसे ही अपना काम यानी लल्ला की इंट्री हो जाती है और वह सारी चीजें संवैधानिक हो जाती हैं और खिलाड़ी बुढ़ा से जमान हो जाता है। वह सबों को बिना शर्त समर्थन देने की बात तो करते हैं पर चंद दिनों या यो कहें तो काम निकल जाने के बाद उसके खिलाफ मोर्चा खोल देते हैं और सोशल मीडिया पर मिनट टू मिनट बयान आता रहता है। काम निकलता देख सोशल मीडिया से पोस्ट हटाने में भी माहिर हैं।
खैर जो भी हो राजा लल्ला की टीम में इंट्री हो जाने से बिहार की बाकी क्रिकेटर लल्ला चैन से अपना बल्ला भांजते रहे हैं तो इसमें गुनाह क्या है भाई।