भारतीय क्रिकेट जगत से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। खबर है कि सौरभ गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटने वाले हैं। बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (AGM) में राज्य संघ के प्रतिनिधियों की सूची आ गई है। इसमें कई सरप्राइज नाम हैं। इसी सूची में शामिल व्यक्ति ही बीसीसीआई का चुनाव लड़ सकता है।
एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में बना हुआ है वह है रोजर बिन्नी का। 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे तेज गेंदबाज रोजर बिन्नी कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की ओर वोटरलिस्ट में आया है और इस सूची में शामिल व्यक्ति ही बीसीसीआई का चुनाव लड़ सकता है। अबतक कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से सचिव संतोष मेनन एजीएम में हिस्सा लेते थे। अब उनकी जगह रोजर बिन्नी का नाम शामिल हो गया है। रिपोर्ट्स की माने तो बिन्नी का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि उन्हें बीसीसीआई में बड़ा पद मिलने वाला है। वह भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता भी रह चुके हैं।
रोजर बिन्नी ही बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। इसमें अभिषेक डालमिया का नाम भी शामिल नहीं है। माना जा रहा था कि वह बीसीसीआई में पद के दावेदार थे। सौरव गांगुली के एजीएम में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के प्रतिनिधि बनने के साथ, अब यह स्पष्ट हो गया है कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के बेटे बोर्ड की अगली व्यवस्था का हिस्सा नहीं होंगे।
गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जय शाह बोर्ड में सचिव की भूमिका में ही रह सकते हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के अरुण सिंह धुमल कोषाध्यक्ष के लिए ही दावेदारी पेश करेंगे। देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली को बोर्ड या आईपीएल में बड़ी भूमिका मिल सकती है। इसके साथ ही राजीव शुक्ला और अनिरुद्ध चौधरी भी पद की रेस में हैं।