पटना। बिहार क्रिकेट लीग का शानदार आयोजन हुआ जिसकी तारीफ बिहार का पूरा क्रिकेट जगत कर रहा है। इसे लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के बीच क्या तनातनी है इससे खेलढाबा.कॉम को कोई लेना देना नहीं है। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि बिहार के क्रिकेटरों को एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिला पर ऐसा लगता है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन अपने बेसिक चीजों का भूल गया है। बेसिक चीज यानी अपना घरेलू टूर्नामेंट।
नई कार्यसमिति को बने लगभग डेढ़ साल साल हो गए। वित्तीय सत्र से देखें तो दो सत्र बीत गए जबकि क्रिकेट सत्र से देखें तो दूसरा सत्र बीतने में कुछ महीने बचे हैं। इन दो सत्रों में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने अपना एक भी घरेलू टूर्नामेंट नहीं कराया। मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट के लिए बीसीए टी-20 या अंडर-19 जोनल मैच अपने मूल स्वरुप में नहीं हुआ। बीसीए टी-20 का अभी मैच अधूरा पड़ा है।


बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की नई कार्यसमिति 29 सितंबर, 2019 को बनी। इस सत्र में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का कोई भी घरेलू टूर्नामेंट नहीं हो सका। ऐसा नहीं था आयोजन कराने का समय उनके पास नहीं था। वर्ष 2020 में कोरोना के कारण बंद हुआ मार्च में। अगर दिसंबर महीने से भी घरेलू टूर्नामेंट शुरू हो गया था मार्च तक सारे आयोजन खत्म हो गए रहे थे पर यह समय बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आपसी वर्चस्व कायम करने में खत्म कर दिया। खेलढाबा.कॉम यह नहीं कहता है कि कोई सही था और कौन गलत। इन सबों का नुकसान तो खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा।
अब बात दूसरे साल की। इस सत्र में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पास घरेलू टूर्नामेंट कराने का पूरा समय था और अब भी है। वर्ष 2020 में अक्टूबर या नवंबर से राज्य में खेल गतिविधियां शुरू हो चुकी थी। दिसंबर महीने में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने मुश्ताक अली टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए अपना टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट कराया। टीम भेजना था इसीलिए इसके फॉरमेट को चेंज किया। अभी भी इस टूर्नामेंट का चैंपियन कौन हुआ पता नहीं चूंकि यह टूर्नामेंट अधूरा है। इसके बाद बीसीए के पदाधिकारी सुस्त पड़ गए। अंडर-19 इंटरजोनल टूर्नामेंट करा कर खानापूर्ति कर दी गई है।
पर सवाल यह है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन अपना घरेलू टूर्नामेंट हेमन ट्रॉफी ए डिवीजन, हेमन ट्रॉफी बी डिवीजन, श्यामल सिन्हा अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट, रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कब होगा। क्रिकेट के लिहाज देखें तो नये सत्र को खत्म होने में अभी समय बाकी है पर अगर अप्रैल और मई में कोई आयोजन नहीं हुआ तो इस सत्र में आयोजन कराना कठिन हो जायेगा। आधा जून महीने से बारिश का महीना शुरू हो जायेगा और सितंबर तक यही हाल रहेगा। अगर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन इस पर जल्द काम नहीं शुरू करेगा इस साल भी खिलाड़ियों का क्या। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी इसे लेकर कई बहाने बना सकते हैं पर वह जायज नहीं होगा।
इस कमेटी से पहले अधिकारियों ने भी आर्थिक तंगी में मैच कराये हैं और इस कमेटी से शानदार तरीके से हुए हैं। जैसे-जैसे बिहार में क्रिकेट की हलचल तेज हुई वैसे-वैसे मैचों का स्तर घटता चला गया।
इस मुद्दे बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की प्रतिक्रिया आनी अभी बाकी है।