पटना। लगता है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) एक आयोजन करा कर सो गया, क्योंकि दूसरे आयोजन की कोई सुगबुगहाट नहीं दिखती नजर आ रही है। ऐसा कुछ कहना है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के विभिन्न जिला के पदाधिकारियों समेत अन्य क्रिकेट प्रेमियों का।
इन लोगों का कहना कि प्रतिदिन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा कई तरह के बयान जारी किये जा रहे हैं। कभी किसी को सलाहकार बनाने तो कभी बीसीए को भ्रष्टाचार से मुक्त करने। साथ ही बिहार में क्रिकेट के विकास के लिए हमेशा काम करते रहने का बयान पर दूसरा आयोजन कब होगा इसे लेकर कोई व्यक्तव्य अध्यक्ष महोदय की ओर से नहीं आ रहा है। इस बयान का बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों, जिला संघ के पदाधिकारियों व क्रिकेट प्रेमियों को है।
क्रिकेट जानकारों का कहना है कि अभी क्रिकेट का सीजन है। किसी भी टूर्नामेंट की तैयारी करने के लिए 15 से 20 दिन का समय लगेगा। आज अगर बीसीए टूर्नामेंट का अनाउंसमेंट करेगा तो उसी के अनुसार जिला संघ अपनी टीम को चुनेंगे। उसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी होगी।
क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि अगर बीसीए इस इंतजार में है कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने गई टीम लौट कर आयेगी उसके बाद सीनियर व जूनियर टूर्नामेंटों का आयोजन कराया जायेगा तो यह गलतफहमी है। चेन्नई खेलने तो मात्र 22 खिलाड़ी गए हैं। बाकी तो यही हैं। उनका कहना है कि अगर अभी मैच नहीं होगा तो क्या गर्मी में ये मैच करायेंगे।
क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि अगर बीसीए फंड का रोना रो रही है तो यह भी गलत है। आज से कुछ साल पहले तक तो बीसीसीआई की ओर से पैसे नहीं आते थे और आज की तारीख से आयोजन पहले बेहतर हुआ करता था। जैसे-जैसे बीसीए की आर्थिक तंगी दूर होती गई आयोजनों का स्तर खराब होता चला गया। पहले दोदिवसीय हेमन ट्रॉफी हुआ करता था पर आज तो वह भी नदारद है।
खैर देखें बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी कब नींद से जागते हैं और नये आयोजन का अनाउंसमेंट करते हैं।