पटना। बीआरसी दानापुर ने राज मिल्क को 1-0 से पराजित कर अनु आनंद पटना जिला सीनियर डिवीजन फुटबॉल लीग का खिताब जीत लिया। बीआरसी ने यह खिताब 2015-16 के बाद दूसरी बार जीता है।
गांधी मैदान के पूर्वी छोर पर अनु आनंद फाउंडेशन के सहयोग से पटना फुटबॉल संघ द्वारा आयोजित इस लीग के फाइनल में विजेता की ओर से गोल खेल के 80वें मिनट में रेजिमेंट सेंटर दानापुर के स्ट्राइकर दुखी राम टुड्डू ने दागा। पूरे मैच के दौरान बीआरसी के स्टार खिलाड़ी गुलशन को राज मिल्क ने मार्क किये रखा जिससे उनका जादू नहीं चल सका। इसी तरह राज मिल्क के श्याम कुमार को भी बीआरसी ने रोके रखा।
राज मिल्क की टीम ब्लू रंग की जर्सी में चार-चार-दो के फार्मेट के साथ और बीआरसी दानापुर की टीम लाल रंग की जर्सी में मैदान पर खेलने उतरी।
रेफरी दिवाकर कुमार ने फाइनल मैच को पूरी तरह कंट्रोल में किये रखा। दोनों टीमें चौकन्ना होकर खेलीं। फिर भी रेफरी की निगाह से राज मिल्क के दो खिलाड़ी बच नहीं पाये। राज मिल्क के डिफेंडर मो. नादिर परवेज को 47वें मिनट और 55वें मिनट में उन्होंने पीला कार्ड दिखाया। दो पीला कार्ड लाल में बदल जाने के कारण नादिर को मैदान से बाहर जाना पड़ा। इससे पहले चौथे मिनट में ही राज मिल्क के डिफेंडर मो. सरफराज को भी पीला कार्ड दिखाया गया था। तीन पीला कार्ड के बाद राज मिल्क की टीम पर दबाव बढ़ गया।
बीआरसी-राज मिल्क के खिलाडिय़ों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। शुरू के 15 मिनट में राज मिल्क के चर्चित स्ट्राइकर श्याम कुमार, फ्रांसिस जेवियर, दिलीराम सन्यासी के गोल दागने के अथक प्रयास को बीआरसी के डिफेंडर उमेश टिर्की, सौरभ कुमार, मो. नवाज शरीफ ने नाकाम कर दिया। इसके बाद से बीआरसी के खिलाड़ी मैच पर कंट्रोल करने लगे। शशिकांत चौहान, संजय बिरोली, समीर मुर्मू, दुखीराम टुड्डू ने मिडफिल्ड के खिलाडिय़ों की मदद से गेंद राज मिल्क के क्षेत्र में रखा। मगर मध्यांतर तक गोल नहीं हो सका।
दूसरे हाफ के खेल में गोलकीपरों ने अच्छा बचाव किया। बीआरसी के विवेक तमांग और राज मिल्क के मो. फैमी ने डाइव लगाकर कई बचाव करते हुए खुब वाहवाही लूटी। इस हाफ में बीआरसी ने राज मिल्क के क्षेत्र में गेंद को रखते हुए खेल को एकतरफा बना दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि राज मिल्क की टीम पर थकान हावी हो गयी है। इसके समर्थक भी निराश हो गये थे।
इसी बीच 80वें मिनट में दुखीराम टुड्डू ने बीआरसी के लिए गोल कर दिया। गोल होते बीआरसी की टीम झूमने लगी जबकि राज मिल्क के खिलाड़ी मायूस हो गये। शेष समय तक बीआरसी ने अपनी बढ़त को कायम रखते हुए लीग की चैम्पियन बन गयी। इससे पहले 2015-16 में संजय गांधी स्टेडियम गर्दनीबाग में खेले गये फाइनल में राज मिल्क को 2-0 से हराकर चैम्पियन बनी थी। अरबिंद कुमार, हरेन्द्र कुमार यादव और अमरजीत कुमार सहायक रेफरी थे।
फाइनल मैच समाप्ति के उपरांत विजेता-उपविजेता टीम को अनु आनंद फाउंडेशन के तकनीकी निदेशक सौरभ चक्रवर्ती, बिहार फुटबॉल संघ के सचिव सैयद इम्तियाज हुसैन ने पुरस्कृत किये। वाईसीसी स्पोट्र्स एकेडमी के कोच संतोष कुमार द्वारा प्रदत्त सभी व्यक्तिगत मोमेंटो बिहार मलखंभ संघ के उपाध्यक्ष प्रियरंजन कुमार सिंह ने बांटे। फाइनल मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दुखीराम टुड्डू को तथा लीग में सबसे अधिक 10 गोल दागने वाले जीएसी के रजत मंडल को बेस्ट स्कोरर का पुरस्कार दिया गया। समारोह में सभी रेफरियों को भी पुरस्कृत किया गया।
स्वागत पटना फुटबॉल संघ के सचिव ज्वाला प्रसाद सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद यादव ने किया। इस अवसर पर पीएफए के उपाध्यक्ष श्याम बाबू यादव, अलाउद्दीन अंसारी, संयुक्त सचिव गोपीनाथ दत्ता, मनोज कुमार, कार्यकारिणी सदस्य सुनील कुमार, सूर्यकांत शुक्ला, नौशाद आलम के अलावा भारी संख्या में फुटबॉल प्रेमी मौजूद थे।