ई साला कप नामदे। यह वाक्य कन्नड़ भाषा का है जिसका अर्थ होता है इस साल कप हमारा होगा पर इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए यह वाक्य सपने की तरह बन गया है। वर्ष 2008 से शुरू हुए आईपीएल में आरसीबी उन चुनिंदा टीमों में से एक है जो एक भी बार ट्रॉफी नहीं उठा पाई है। ऐसा नहीं है कि टीम में स्टार खिलाड़ियों की कमी रही है। इस टीम में एक से बढ़कर चैंपियन खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन खिताब इनसे दूर ही रही है। ऐसा भी नहीं है कि टीम ने टूर्नामेंट में अच्छा खेल नहीं दिखाया पर ऐन मौके पर किस्मत दगा दे गई। आरसीबी तीन बार फाइनल में पहुंच चुकी है। ऐसा ही कुछ हुआ था साल 2009 के आईपीएल में।
साल 2009 में आईपीएल का आयोजन साउथ अफ्रीका में किया गया था। लीग के दूसरे ही सीजन में टीम फाइनल में पहुंची थी। खिताबी भिड़ंत में उसके सामने थी एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी वाली डेक्कन चार्जर्स। वहीं आरसीबी के कप्तान थे अनिल कुंबले। कुंबले की कप्तानी में टीम ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया था। फाइनल में भी आरसीबी हर मायने में डेक्कन की टीम से अव्वल थी, लेकिन टीम खिताब नहीं जीत पाई। फाइनल में मिली उस हार को अनिल कुंबले अब तक नहीं भुला पाए हैं। आईपीएल 2009 में मिली उसी हार को लेकर कुंबले ने कुछ ऐसी बातें बताई है जो काफी हैरान करने वाला है।
144 रन के लक्ष्य नहीं हासिल कर पाई थी आरसीबी
आईपीएल 2009 के फाइनल में आरसीबी की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था और डेक्कन की टीम को सिर्फ 143 रन के स्कोर पर समेट दिया। लो स्कोरिंग मुकाबाले में आरसीबी के पास अच्छा मौका था कि वह आसानी से जीत हासिल करे लेकिन टॉप ऑर्ड की बल्लेबाजी बुरी तरह से फ्लॉप हो गई।
रविचंद्रन अश्विन से बातचीत में कुंबले ने बताया कि, कुंबले वीडियो में कहते हैं, ‘उस मैच की कई बातें याद आती है। हमें जो मौके मिले उनमें से कुछ चूक गए, कुछ कैच छूट गए, वाइड और नो बॉल हो गईं। प्रवीण कुमार ने पांच वाइड फेंकी थी, जिससे हमें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, तब भी 143 रन का पीछा करना आसान होना चाहिए था।’
आखिरी ओवर में आरसीबी को जीत के लिए 15 रन चाहिए थे। स्ट्राइक कुंबले के पास थी और गेंदबाजी कर रहे थे आरपी सिंह। कुंबले ने पहली गेंद पर सिंगल लिया और स्ट्राइक उथप्पा को दिया। उथप्पा अगली दो गेंद पूरी तरह से मिस कर गए। डॉट बॉल हो गईं। उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं अब रॉबिन उथप्पा को देखता हूं, तो उनसे कहता हूं कि रॉब्स, तुम्हे सिक्स मारना चाहिए था। कम से कम मुझे स्ट्राइक दे देते। मैं उनसे लगातार कह रहा था कि स्कूप करने की कोशिश मत करो। आरपी आखिरी ओवर फेंक रहे थे और पहली गेंद पर ही रॉब्स स्कूप करने की कोशिश कर रहे थे जो कि उनसे कनेक्ट नहीं हो रहा था।’
अनिल कुंबले ने कहा, ‘मैंने कहा कि रॉब्स वे तुम्हें स्कूप नहीं करने देंगे, लंबी गेंद फेंकेंगे, छक्का लगाने की कोशिश करो। फिर तीसरी गेंद पर भी वे स्कूप करने की कोशिश करते हैं, मैंने कहा कि रॉब्स, काफी हुआ! मुझे स्ट्राइक दो, मैं छक्का लगाने की कोशिश करूंगा और शायद कुछ हो जाए लेकिन हम अंद में मैच 6 रन से हार गए।’