पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के लिए परफॉरमेंस कोई मायने नहीं रखता है। अगर परफॉरमेंस मायने रखता तो बिहार में रन मशीन के नाम से मशहूर शशीम राठौर को मुश्ताक अली ट्रॉफी टी20 के लिए घोषित बिहार टीम में जगह दी गई थी। अगर शशीम राठौर के पिछले प्रदर्शन पर गौर करेंगे तो आपको भी लगेगा कि इस खिलाड़ी के साथ अन्याय किया गया है।

पिछले सत्र के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में 6 मैचों में एक पारी में नाबाद रहते हुए कुल 142 रन बनाये। बिहार की ओर से मंगल महरौर के बाद दूसरे नंबर के बल्लेबाज हैं। उन्होंने सबसे ज्यादा नाबाद 60 रन बनाये हैं। गेंदबाजी में शशीम राठौर ने अपना जलवा बिखेरा है और छह मैचों में कुल 4 विकेट चटकाये।
बिहार क्रिकेट लीग का परफॉरमेंस चार्ट



बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा पिछले दिनों आयोजित बिहार क्रिकेट लीग में शशीम राठौर का परफॉरमेंस बेहतर रहा है। सबसे वेल्यूवल प्लेयर पर शशीम राठौर तीसरे नंबर पर हैं। फील्डिंग में इस मैच के दौरान विकेटकीपर को छोड़ दें तो ये टॉप पर रहे हैं। गेंदबाजी में शशीम राठौर ने कुल 8 विकेट चटकाये हैं।

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा टीम सेलेक्शन के लिए हुए ट्रायल मैच में शशीम राठौर ने प्रदर्शन ठीक रहा है। ऐसे ट्रायल मैच का कोई डाटा बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने सार्वजनिक नहीं किया है पर जहां तक खेलढाबा को जानकारी है एक मैच में शशीम राठौर ने 30 रन की पारी खेली है।

अब सवाल उठता है कि इस खिलाड़ी को बाहर करने की वजह क्या है। कही क्रिकेट की राजनीति में शशीम राठौर के क्रिकेट कैरियर को दांव पर लगाया जा रहा है। ऐसे बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सारे रहनुमा कहते हैं कि पूरी तरह से साफ सुथरी छवि के साथ बिहार क्रिकेट एसोसिएशन काम करता है। क्या यही है साफ सुथरी छवि का नमूना।