पटना। कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए घोषित बिहार टीम के चयन पर सवाल उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर अलग-अलग तरह के पोस्ट आ रहे हैं। आकाश राज को कप्तानी से हटाने पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि आकाश राज की कप्तानी में बिहार टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था तो कप्तानी क्यों छिनी गई। सूरज राठौर बेहतर खिलाड़ी हैं इसमें कोई संदेह नहीं हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे में तो सीनियर टीम के कप्तान की कप्तानी सबसे पहले जानी चाहिए।
लोगों का कहना है कि जब वनडे में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज नवीन कुमार को ले गए थे तो डेज मैच में क्यों नहीं ले जाया गया है। चूंकि एक खास खिलाड़ी इसका ज्यादा दावेदार था उसे टीम के साथ किसी भी हाल में नहीं ले जाना है इसीलिए इतने से काम चला लिया जाए। अगर उसे नहीं ले जाना था किसी दूसरे को ले लेते।
लोगों पीयूष कुमार सिंह को उपकप्तान बनाने और टीम में रखने पर सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पीयूष कुमार सिंह ने डेज मैच में क्या प्रदर्शन रहा है। जब विजय हजारे ट्रॉफी और मुश्ताक अली ट्रॉफी में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों को वापस बुला सकते हैं तो पीयूष कुमार सिंह को क्यों नहीं ड्रॉप किया जा सकता है। बेगूसराय के निशित को हमेशा क्यों इग्नोर किया जा रहा है। उनकी अच्छी बैटिंग है।
खगड़िया जिला के कप्तान संदीप पोद्दार ने प्रतीक वत्स के चयन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह खिलाड़ी अंडर-19 का एक मैच नहीं खेला और टीम में शामिल है। साथ ही इस खिलाड़ी को पहले भी यह मीडिया में आ चुका है कि इसने कई जिलों में क्रिकेट लीग खेला है तो इसका चयन कैसे किया गया। खगड़िया जिला के क्रिकेटरों का कहना है कि खगड़िया जिले से चूंकि इसी खिलाड़ी का चयन करना था इसीलिए बेहतरीन खिलाड़ियों का पहले ही पत्ता साफ कर दिया गया। सब पैसे का खेल का है।
बिहार क्रिकेट जगत बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वर्तमान प्रबंधन से सवाल कर रहा है कि केवल ईमानदारी और निष्पक्षता की बातें करना ही ठीक नहीं है उसे जमीनी स्तर पर उठाने की बात करें तो अच्छा होगा तो नहीं तो एक दिन खिलाड़ी सड़क पर उतरने को मजबूर हो जायेंगे।