म्यूनिख, 1 जून। डिजायर डोए के दो गोल की मदद से पीएसजी ने शनिवार को हुए फाइनल में इंटर मिलान को 5-0 से हराया। इस जीत के साथ पीएसजी ने पहली बार यूरोप की सबसे बड़ी क्लब प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया। स्टेडियम दर्शकों की जबरदस्त मौजूदगी से भरा था।
पीएसजी ने शानदार खेल दिखाया और अंत में इंटर मिलान के समर्थकों को जल्दी स्टेडियम छोड़ने पर मजबूर कर दिया। डोए ने 20वें और 63वें मिनट में गोल किए। उनके साथ ही अचरफ हकीमी ने 12वें मिनट, क्विचा क्वारात्सखेलिया ने 73वें, और स्थानापन्न खिलाड़ी सेनी मायुलु ने 86वें मिनट में गोल दागे। यह विनर जीत पिछले 70 साल में किसी भी चैंपियंस लीग फाइनल में सबसे बड़ी जीत है। पीएसजी के कोच लुई एनरिक ने कहा, “अब हमारे पास चैंपियंस लीग की ट्रॉफी है।” उन्होंने जोड़ा, “मैं जबसे पीएसजी से जुड़ा हूं, कह रहा हूं कि हमारा लक्ष्य ट्रॉफी जीतना है।”
यह वह ट्रॉफी थी, जो लियोनेल मेसी, नेमार और किलियन एमबाप्पे जैसे खिलाड़ियों को भी नहीं मिल पाई थी। 2020 में पीएसजी फाइनल तक पहुंची थी, पर बायर्न म्यूनिख से हार गई। उस समय नेमार फूट-फूट कर रो पड़ा था।
कोरोना घटना के कारण, फाइनल खाली स्टेडियम में खेला गया था। लेकिन इस बार माहौल बिल्कुल अलग था। हजारों समर्थक स्टेडियम में थे। वे पटाखे फोड़ रहे थे, झंडे उठा रहे थे और विरोधी टीम इंटर के समर्थकों को चुप करा रहे थे।
कई समर्थक स्टेडियम छोड़ चुके थे, लेकिन अधिकांश मैच के अंत तक खुश थे। म्यूनिख की सड़कों पर भी प्रशंसक जश्न मना रहे थे। लेकिन उन जश्नों की तुलना में शानदार वह पल था, जब कप्तान मार्क्विनहोस ने ट्रॉफी उठाई। उनके पीछे आतिशबाजी और रंगीन कंफेद्दी उड़ रहे थे।

