नईदिल्ली। भारतीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने भारतीय खेल प्राधिकरण की ऑनलाइन कार्यशाला की प्रशंसा की जिसका आयोजन खिलाड़ियों को घर पर ट्रेनिंग जारी रखने के मकसद से किया जा रहा है जो इस समय कोविड-19 के कारण देश में लगे लॉकडाउन के कारण बाहर अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं।
इसके शुरूआती दिन काफी खिलाड़ियों और कोचों ने आनलाइन सत्र का फायदा उठाया। देश में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है । इस बीमारी से दुनिया भर में 25,000 के करीब लोगों की जान जा चुकी है। भारत में भी कोविड-19 पाजीटिव मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की आनलाइन कार्यशाला के शुरूआत के सत्र में सभी खेलों के एथलीट और पैरा एथलीट उपस्थित थे जिसमें ओलंपिक संभावित निशानेबाज दिव्यांश पंवार, अपूर्वी चंदेला, अभिषेक वर्मा, अनीष भानवाला, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और निकहत जरीन के अलावा तैराक श्रीहरि नटराज शामिल थे।
गोपीचंद ने इस अभियान की शुरूआत की प्रशंसा करते हुए कहा, कोरोना वायरस से उत्पन्न हुई इस परीक्षा की घड़ी में खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से सक्रिय रखना तथा समय का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना काफी अहम है। ये आनलाइन सत्र निश्चित रूप से इसमें मदद करेंगे।
मुख्य राष्ट्रीय कोच ने कहा, खेलों में केवल प्रतिस्पर्धी होना ही काफी नहीं है बल्कि हमारे सामने जो चुनौतियां पेश की जाती हैं, हम सर्वश्रेष्ठ तरीके से इनका सामना कैसे करते हैं और आगे बढ़ते हैं, यह अहम होता है।
इस वर्कशाप की 24 सीरीज का पहला सत्र फिजियोथेरेपिस्ट डा निखिल लाटे की बातचीत से शुरू हुआ जिसमें उन्होंने घर में ट्रेनिंग करने के बारे में बात की जिसे 8,000 से ज्यादा लोगों ने देखा।
इसके बाद रेयान फर्नांडो ने सत्र में पोषण संबंधित जरूरतों पर बात की जिसे खिलाड़ियों, कोचों और फिटनेस के प्रति उत्साहित 15,000 लोगों ने देखा। गोपीचंद और पूर्व भारतीय हाकी कप्तान वीरेन रासकिन्हा भी इसमें शामिल रहे।
ओलंपियन पहलवान पूजा ढांडा ने सत्र के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘सत्रों से काफी जानकारी मिली। घर पर रहकर ट्रेनिंग कैसे की जाती है, इसकी जानकारी मिली। मैं अन्य सत्र के लिये उत्साहित हूं।