पटना। बिहार क्रिकेट की गजब की कहानी है कि जब भी बिहार टीम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जाती है तब ही किसी खिलाड़ी के उम्र संबंधी विवाद को सामने किया जाता है या सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता है।
एक मामला शनिवार को मीडिया के सामने आया था जो सचिन कुमार सिंह का था। दूसरा मामला रविवार को सामने आया है। यह मामला अमोद यादव का है। अमोद यादव का दो जन्म प्रमाण पत्र वायरल हो रहा है। इन दोनों जन्म प्रमाण पत्र में जन्म तिथि अलग-अलग है। एक में जन्म तिथि 10.12.1997 है तो दूसरे में 10.12.2001 है। बाकी चीजें एक जैसी हैं लेकिन कुछ अलग।


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खेलढाबा.कॉम ने इन दोनों मामलों पर क्रिकेट जानकारों और कुछ विशेषज्ञों से बात की। उनसे हुई बातचीत में जो बातें छन कर आई हैं वह आपके सामने है।
1. दोनों मामलों में पंचायत सचिव के हस्ताक्षर करने की तरीके व राइटिंग अलग-अलग हैं।
2. मुहर लगाने की जगह भी अलग-अलग है।
3. फॉर्म भरने की राइटिंग में अंतर है।
4. अमोद के मामले में एक में अमोक कु. यादव लिखा हुआ है दूसरे में अमोद यादव। ऐसे ऑफिसियल नेम अमोद यादव ही है।
5. जानकारों का कहना है कि किसी भी चीज से इंकार नहीं किया जा सकता है। हो सकता खिलाड़ी ने गलत किया हो।
6. हो सकता है कि कोई व्यक्ति साजिश के तहत इन दोनों को फंसाने की साजिश रच रहा हो। वर्तमान समय जो डाक्यूमेंटस सामने आ रहे हैं उससे यही प्रतीत होता है।
7. जानकार कहते हैं कि अगर किसी को कोई शिकायत है तो वे सामने आकर बिहार क्रिकेट संघ में कंप्लेन दर्ज करे।
8. आखिर गोपालगंज के लड़के का ही जन्म प्रमाण पत्र सामने क्यों आ रहे हैं। कहीं उसी जिले से ताल्लुक रखने वाले बीसीए अध्यक्ष को बदनाम करने की साजिश तो नहीं है।
खेलढाबा.कॉम इन सारे दस्तावेजों की सत्यता की बात नहीं करता है। यह पूरी तरह से जांच का विषय है जो उचित फोरम कर सकता है।

