बिहारशरीफ, 24 दिसंबर। नालंदा जिला क्रिकेट संघ किसी न किसी कारण से लगातार सुर्खियों में है। कुछ दिनों पहले हुए चुनाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं चलती रहीं और वहां होने वाली क्रिकेट को लेकर। नए हों या पुराने क्रिकेट से मतलब नहीं पर रजिस्ट्रेशन के नाम पर क्लबों से वसूली जरूर।
आमतौर पर एक सत्र में किसी भी क्लब, प्लेयर या टूर्नामेंट आयोजक को संबंधित जिला या राज्य संघ से एक बार पंजीयन कराना होता है और पर नालंदा में क्लब और खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन साल में 3 बार किया जा रहा है। पहले के दो कमेटियों ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसा तो लिया नई कमिटी बनी वह भी रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसा की मांग कर रही है।
नालंदा जिला क्रिकेट संघ के एक पंजीकृत क्लब ने बताया कि इस सत्र में पहला रजिस्ट्रेशन पूर्व सचिव अजय कुमार के द्वारा 2 फरवरी से 12 फरवरी 2023 के बीच किया गया। रजिस्ट्रेशन के नाम पर क्लबों से 5000 से लेकर 10,000 तक लिए गए। सभी क्लबों ने रजिस्ट्रेशन करवाया लेकिन खिलाड़ियों को एक भी मैच नहीं मिला।
उसके बाद दूसरा रजिस्ट्रेशन एडहॉक कमिटी के चेयरमैन विजय कुमार के द्वारा पुनः रजिस्ट्रेशन करवाया गया। यह रजिस्ट्रेशन 23 मई से 3 जून 2023 तक किया गया। 2 जुलाई तक सभी क्लबों का रजिस्ट्रेशन किया गया लेकिन जिला में क्रिकेट लीग का कोई मैच भी नहीं खेला गया।
नई कमिटी गठन होने के बाद सचिव द्वारा प्रत्येक खिलाड़ी से 1000 रुपए रजिस्ट्रेशन के नाम पर लिए जा रहे हैं। नए कमिटी में क्लबों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाकर खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन पर जोर दिया जा रहा है। क्लब के पदाधिकारियों का कहना है कि सबसे मजेदार बात यह है कि पूर्व सचिव अजय कुमार तीनों कमिटी में किसी ना किसी रूप से जुड़े ही रहे है फिर वो यह नहीं बता पाएं कि एक सत्र में एक बार ही रजिस्ट्रेशन होता है।
नालन्दा के खिलाड़ी तथा क्लब में आक्रोश है उन से पैसे लेकर कभी मैच नहीं कराया जा रहा है पूर्व सचिव तथा वर्तमान उपाध्यक्ष अजय कुमार यह बताये जिन से पैसे लिए है आप ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर वो मैच कब होगा कितने तारीख से होगा। क्लबों के पदाधिकारियों का कहना है कि साल भर में दस कमेटी बनेगी तो क्या दसों को रजिस्ट्रेशन फीस दिया जायेगा। वे आपस में लड़ते रहें और क्लब पर पैसों का बोझ बढ़ता जाए यह नहीं चलेगा।
क्लब के पदाधिकारियों का कहना है कि बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी इस विषय पर जरूर ध्यान दे।और ऐसे लोगो को संघ में रहने का कोई मतलब नही है। नालन्दा के खिलाडिय़ों के साथ न्याय करें जिससे उसका आने आने वाला भविष्य उज्जवल हो।


