भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद को लेकर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने अपनी चुप्पी तोड़ी और पहली बार उन्होंने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि
इस कार्यकाल को एंज्वॉय किया है। साथ ही यह भी कहा कि कोई भी हमेशा के लिए पद पर बने नहीं रह सकता।
बीसीसीआई के अगले बॉस के रूप में रोजन बिन्नी 18 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से अपना पदभार संभाल लेंगे। इसके साथ ही सौरभ गांगुली का बतौर बीसीसीआई प्रेसिडेंट का सफर खत्म हो जाएगा। इस तमाम मुद्दे पर पहली बार उनकी तरफ से पहली बार प्रतिक्रिया आई है।
सौरभ गांगुली ने कहा है कि आपको ध्यान रखना चाहिए कि न तो आप बतौर खिलाड़ी हमेशा के लिए खेल सकते हैं और न हीं हमेशा के लिए किसी प्रशासनिक पद पर बने रह सकते हैं।
उन्होंने कहा कि “मैं पांस चबंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का पांच साल तक प्रेसिडेंट था। मैं बीसीसीआइ का 5 साल तक प्रेसिडेंट था। आखिरकार आपको छोड़ना और जाना है। एक प्रशासक के तौर पर आपको काफी योगदान देना होता है और टीम के लिए चीजों को बेहतर बनाना होता है।
मैं एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं इन चीजों को अच्छे से समझता था। मैंने एक प्रशासक के रूप में अपने समय का भरपूर आनंद लिया। आप हमेशा के लिए किसी पद पर नहीं रह सकते।