नईदिल्ली, 17 दिसंबर। दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के चुनाव में रोहन जेटली ने भारत के पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को आसानी से मात देकर लगातार तीसरी बार अध्यक्ष बने।
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरूण जेटली के बेटे 35 वर्ष के रोहन को 1577 वोट मिले जबकि आजाद को 777 वोट पड़े।
कुल 2413 वोट डाले गए थे और जीतने के लिए 1207 वोट चाहिये थे।
रोहन 2020 में निर्विरोध चुने गए थे जब रजत शर्मा ने बीच में ही पद छोड़ दिया था। एक साल बाद उन्होंने एडवोकेट विकास सिंह को हराया। दिवंगत अरुण जेटली 14 साल तक डीडीसीए अध्यक्ष रहे थे।
रोहन को बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना का समर्थन हासिल था जिनका दिल्ली क्रिकेट में काफी दबदबा माना जाता है। खन्ना की बेटी शिखा कुमार ने उपाध्यक्ष पद के चुनाव में राकेश कुमार बंसल और सुधीर कुमार अग्रवाल को हराया। तीनों को क्रमश: 1246, 536 और 498 वोट मिले।
अशोक कुमार (893) सचिव चुने गए जबकि हरीश सिंगला (1328) कोषाध्यक्ष बने। अमित ग्रोवर (1189) संयुक्त सिचव होंगे। सभी पदाधिकारी तीन साल के लिए चुने गए हैं।
अन्य में आनंद वर्मा (985), मनजीत सिंह (1050), नवदीप एम (1034), श्याम शर्मा (1165), तुषार सहगल (926), विकास कत्याल (1054) और विक्रम कोहली (939) निदेशक के पद पर चुने गए। इस पद के लिए चुनाव हर साल होता है।
भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य आजाद फिलहाल पश्चिम बंगाल में बर्धमान दुर्गापुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं । उन्होंने डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे । उन्होंने आरोप लगाया था कि डीडीसीए ने फ्लड लाइट लगाने पर 17 . 5 करोड़ रूपये खर्च किये जबकि इससे काफी बड़े अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इसी काम पर सिर्फ साढे सात करोड़ रूपये खर्च हुए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डीडीसीए प्रशासन ने बीसीसीआई से पिछले साल मिले 140 करोड़ रूपये में से कुछ ही खर्च किये हैं।