कोलकाता, 13 नवंबर। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि चोट के बाद वापसी करना कभी आसान नहीं होता, लेकिन वह खुश हैं कि अपनी मेहनत, धैर्य और भगवान की कृपा से वह एक बार फिर मैदान पर लौटने में सफल रहे। पंत चार महीने के अंतराल के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट से भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं।
चोट से उबरने के बाद सफल वापसी
पंत को जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान पैर में फ्रैक्चर हो गया था, जिसके बाद वह लंबे समय तक मैदान से दूर रहे। उन्होंने बेंगलुरु में भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच खेले गए दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में हिस्सा लेकर प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम में फिर से जगह मिली।
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भगवान की कृपा और परिवार का साथ मिला
बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में पंत ने अपने भाव साझा करते हुए कहा कि चोट लगने के बाद वापसी करना कभी आसान नहीं होता। लेकिन मुझ पर हमेशा भगवान की कृपा रही है। उनका आशीर्वाद और परिवार का समर्थन मुझे हर मुश्किल समय से उबार लाया। मैं वापसी करके बहुत खुश हूं। उन्होंने आगे कहा कि जब भी मैं मैदान पर उतरता हूं, तो ऊपर देखकर भगवान, अपने माता-पिता और परिवार का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने रिहैबिलिटेशन के दौरान मेरा साथ दिया।

मानसिक मजबूती ही असली कुंजी
पंत ने बताया कि रिहैब के दौरान उन्होंने अपने मानसिक संतुलन और सकारात्मक सोच पर विशेष ध्यान दिया। मैं केवल उन चीजों पर ध्यान देता हूं जो मेरे नियंत्रण में हैं। किस्मत को कोई नहीं बदल सकता, इसलिए मैं उसी पर ध्यान केंद्रित करता हूं जो मुझे खुशी देता है। जब आप चोटिल होते हैं, तब मानसिक रूप से मजबूत रहना सबसे जरूरी होता है।
हर पल का आनंद लें
अपने अनुभव साझा करते हुए पंत ने कहा कि आप जो भी कर रहे हैं, उसमें पूरी शिद्दत से जुटिए। अपना 100 प्रतिशत दीजिए और उसमें आनंद खोजिए। यही जीवन और खेल दोनों का असली मजा है।
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पंत की वापसी पर उम्मीदें
भारतीय क्रिकेट में पंत की वापसी को लेकर प्रशंसकों और टीम मैनेजमेंट में उत्साह है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और तेज विकेटकीपिंग से उम्मीद है कि टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ में मजबूती मिलेगी। पंत अब मैदान पर न सिर्फ रन बनाने, बल्कि अपनी जुझारू मानसिकता से भी नई प्रेरणा देने के लिए तैयार हैं।