संध्या कुमारी
पटना। ऑन फील्ड कैप्टन कोई हो पर इस खिलाड़ी का दिमाग हर चीज में चलता रहता था। चाहे फील्डिंग की सजावट हो, बैटिंग ऑर्डर की बात हो हर जगह यह खिलाड़ी अपनी बात रखता था। खास कर फील्डिंग के समय तो जरूर। इसी कारण लोग इसे कंप्यूटर कहने लगे और आज भी कभी-कभी इसी नाम से उनके साथी खिलाड़ी पुकार लेते हैं। यह क्रिकेटर भले ही राज्य टीम में अपनी जगह जगह नहीं बना पाया पर है शानदार। इस क्रिकेटर का नाम संजय कुमार सिन्हा उर्फ पिंटू। तो आइए जानते हैं संजय कुमार सिन्हा उर्फ पिंटू के बारे में-
इनका जन्म नेपाल के भारदा (उदित नारायण का घर) में हुआ। यहां पले-बढ़े। बाद में पटना आ गए। पटना के सांटिफिक हाईस्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की और कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इंटर से स्नातक की डिग्री ली। पटना क्रिकेट लीग में कैरियर की शुरुआत वैशाली क्रिकेट क्लब से की। इसके बाद वाईएमसीसी की ओर से भी खेला। 14 वर्षों तक हेमन ट्रॉफी में पटना जिला का प्रतिनिधित्व किया। 1989-90 में मगध विश्वविद्यालय की ओर से खेला। वर्ष 1991 में पेसू में नौकरी हो गई। वर्तमान में इसी डिपार्टमेंट में अकांउटेंट के पद पर कार्यरत है।
उन्होंने बिहार वेटरन क्रिकेट टीम का भी कई वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया और कई बेहतरीन पारियां खेलीं। ऑल इंडिया विद्युत बोर्ड क्रिकेट बोर्ड में 25 ओवर के एक मैच में बेंगलुरु के खिलाफ नागपुर में खेले गए मैच में 100 रनों की शानदार पारी खेली।
पटना क्रिकेट लीग में इनके नाम कई शतक और अर्धशतक हैं। साथ ही साथ वे बेहतरीन फिल्डर के रूप में भी जाने जाते हैं।
वरीय क्रिकेटर सौरभ चक्रवर्ती कहते हैं कि सच में कहूं तो मेरा देखा हुआ पटना के ऑलटाइम बेस्ट टॉप-5 मैच परफॉरमर के रूप में मैं इन्हें देखता हूं। विगत 32 वर्षों से इनके साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में मैं खेल चुका हूं और मैं शायद दी इन्हें फ्लॉप करते देखा हूं। वे एक बेहतरीन खिलाड़ी, टीम मैन और बढ़िया इंसान हैं।सौरभ चक्रवर्ती का कहना है कि वे माइकल वेबन ऑफ पटना हैं।
पटना जिला क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह ने संजय कुमार सिन्हा उर्फ पिंटू के बारे में बताया कि एक्सट्रा ऑडनरी प्लेयर हैं। क्या कवर ड्राइव, स्कैवर कट करते हैं लाजवाब है। गली पोजिशन का शानदार फील्डर हैं। इनके व्यक्तित्व के बारे में क्या कहने।