कहा-पढ़ाई के साथ लाइफ के लिए खेल भी जरूरी
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किया दुनिया के सबसे बड़े एथेलेटिक्स के बुनियादी प्रतिभा खोज प्रतियोगिता 18 वें NIDJAM 2023 का उद्घाटन
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक लाइए सरकारी नौकरी पाइए- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बिहार में अबतक 235 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी गयी मुख्यमंत्री
यहां आए देश भर के खिलाड़ियों के लिए इतनी अच्छी व्यवस्था कीजिए कि दूसरे राज्य भी इसका अनुशरण करें
सरकार खेल के विकास के लिए गंभीर है इसके लिए नई खेल नीति बनी है –उपमुख्यमंत्री -तेजस्वी यादव
खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए बिहार सरकार प्रतिबद्ध – जितेंद्र कुमार राय
ओलंपिक खेलों में देश की पहचान बिहार के खिलाड़ी मोइनऊअल हक से ही बनी – फिर लौटेगा खेल में बिहार का गौरव – रवीन्द्रण शंकरण
पटना। अब बिहार में खिलाड़ियों को तृतीय वर्ग के साथ ग्रेड वन की भी नौकरी मिलेगी। इसीलिए खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान दे और बेहतर करें। ये बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 18वीं नेशनल जूनियर अंतर जिला एथलेटिक्स मीट (NIDJAM) के उद्घाटन अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि वह जमाना गया जब केवल पढ़ाई को सबों द्वारा तवज्जो दी जाती थी। अब युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी बहुत जरूरी है। इससे न सिर्फ स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के लिए सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
स्थानीय पाटलिपुत्र खेल परिसर में एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस चैंपियनशिप के उद्घाटन संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में खेलों के विकास के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल एकेडमी व क्रिकेट स्टेडियम के साथ खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को हर वर्ष खेल दिवस के अवसर पर न सिर्फ सम्मानित किया जाता है बल्कि करोड़ों रुपए इनाम भी दिये जाते हैं। साथ ही साथ सरकारी नौकरी भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जब श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मैं रेलमंत्री था तो खिलाड़ियों को नौकरी देने का काम शुरू किया था और जब मैं बिहार का मुख्यमंत्री बना तो वर्ष 2012 में बिहार में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को नौकरी देने का काम शुरू किया।
उन्होंने कहा कि बिहार में खिलाड़ियों की बेहतरी के ढेर सारे कार्य किये जा रहे है। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों से आये खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं भी दी। साथ ही खेल विभाग के अधिकारियों एवं पटना के जिला पदाधिकारी को प्रतिभागियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ख्याल रखने का निर्देश दिया। ताकी ये खिलाड़ी बिहार के ब्रांड एंबेसेडर बन कर अपने-अपने राज्यों में न सिर्फ बिहार के आतिथ्य को बताये बल्कि यहां के विकास की भी चर्चा करें। उन्होंने कहा कि बाहर से आये खिलाड़ियों व अतिथियों के खाने-पीने का पूरा ख्याल रखा जाए। इन्हें न केवल बिहारी व्यंजनों को परोसा जाए बल्कि इनकी जो इच्छा हो वह इन्हें उपलब्ध कराई जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को बिहार भ्रमण भी कराने की व्यवस्था की जाए।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं अधिकारियों को राज्य के खिलाड़ियों के लिए बेहतर साधन-संसाधन, उपकरण के साथ-साथ बेहतर प्रशिक्षण की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया हूं। उन्होंने कहा कि मैं खुद खिलाड़ी रह चुका हूं, इसीलिए खिलाड़ियों की परेशानियों व दर्द को महसूस कर सकता हूं। अंतरराष्ट्रीय फलक पर जब खिलाड़ी देश और राज्य का नाम रौशन करते हैं तो उन पर होने वाला खर्च ऐसे में कोई मायने नहीं रखता है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े इवेंट का आयोजन बिहार में होना बड़ी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास की गाड़ी काफी तेजी से दौड़ रही है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने अपनी खेल नीति बना ली है जो अच्छा खेलेगा उसे नवाजने का काम करेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि इस आयोजन की मेजबानी कर बिहार अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इससे बिहार में खेल का माहौल बनेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा खेल के क्षेत्र में बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। खिलाड़ी खेल संसाधनों की चिंता छोड़ अपने खेल पर ध्यान दें। सरकार उनकी हर कमी को पूरा करने के लिए तैयार बैठी है।
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं एवं उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि हाल के दिनों में खेल के क्षेत्र में बिहार का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। सरकार के द्वारा भी कई विशेष कार्यक्रम खेल के विकास के लिए शुरू किये गए हैं।
इस मौके पर एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने कहा कि यह विश्व का सबसे बड़ा टैलेंट हंट कार्यक्रम है। अबतक के आयोजनों से सबसे ज्यादा प्रतिभागिता बिहार के इवेंट में हुआ है। उन्होंने नेशनल जूनियर अंतर जिला एथलेटिक्स मीट की महत्ता बताते हुए कहा कि इससे ग्रासरुट से खिलाड़ियों को सर्च करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में रहा हूं। इस आयोजन से बिहार के एथलेटिक्स में क्रांति आयेगी। उन्होंने बिहार राज्य खेल प्राधिकरण समेत पूरे बिहार सरकार को धन्यवाद देते हुए कि आपने इसकी जिम्मेवारी ली।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्र शंकरण ने सबों का स्वागत करते हुए कहा कि ओलंपिक मूवेंट की शुरुआत बिहार से हुई थी। एक बार फिर ओलंपिक मूवेंट बिहार से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि मोइनुल हक से लेकर शिवनाथ सिंह ने बिहार का नाम रौशन किया है।
ओलंपियन नीरज चोपड़ा ने बेविनार के जरिए जुड़ कर कहा कि नेशनल जूनियर अंतर जिला एथलेटिक्स मीट बच्चों को आगे बढ़ने का बेहतर प्लेटफॉर्म है। खिलाड़ियों को अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मेडल आये या नहीं आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने का प्रयास करें।
इस मौके पर अतिथियों द्वारा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण का झंडोत्तोलन किया। इसके बाद आकर्षक मार्च पास्ट बीएमपी बैंड की धुन पर शुरू हुआ जिसमें आंध्रप्रदेश की टीम सबसे आगे चल रही थी जबकि मेजबान बिहार के जिलों की टीम सबसे पीछे थी।
इस मौक पर मुख्यमंत्री के परामर्शी दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, अर्जुन पुरस्कार विजेता अंजू बॉबी जार्ज, ओलंपियन बहादुर सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे ।
सबों का स्वागत आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक सह कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने शॉल और स्मृति चिह्न समर्पित कर किया।
उद्घाटन के अवसर पर गुब्बारे उड़ा गए और जमकर आतिशीबाजी हुई। कलाकारों ने बिहार गौरव गान की प्रस्तुति देकर सबों को मंत्रमुग्ध कर लिया।