पटना, 22 अक्टूबर। बिहार में क्रिकेट का माहौल सुधरा तो इसके विकास के लिए सरकार ने अपना हाथ बढ़ाया। पहले राजगृह में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण और अब पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को वर्ल्ड क्लास क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए मंजूरी। मोइनुल हक स्टेडियम को विकसित करने के लिए सरकार ने रूपरेखा तैयार कर ली है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। बिहार सरकार पहले ही बीसीसीआई से कैबिनेट में MOU के लिए स्वीकृति दे चुकी है। आज MOU के प्रारूप को लेकर स्वीकृति दी गई है।
कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ इस संबंध में बताया कि बिहार सरकार 1 रुपए के लीज पर बीसीसीआई की संस्था बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मोइनुल हक स्टेडियम लीज पर देगी। करार 30 सालों का होगा जिसमें 7 सालों के लिए मात्र 1 रुपए के लीज पर सरकार देगी। इसके बाद 50-50 प्रतिशत प्रॉफिट पर समझौता किया जाएगा। स्टेडियम के बगल में 5 स्टार होटल के समकक्ष होटल का निर्माण होगा।
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाया जाएगा। इसमें नाइट क्रिकेट के लिए भी सारी व्यवस्था की जाएगी। फ्लड लाइट की व्यवस्था की जाएगी। प्रैक्टिस ग्राउंड, नेट प्रैक्टिस की सुविधा भी होगी।
स्टेडियम में होगी यह सुविधाएं
40,000 से अधिक की दर्शक क्षमता
एक मुख्य एवं 9 पिच मैदान
फ्लडलाइट के साथ रात्रि क्रिकेट
सदस्य मंडप और एक मीडिया स्टैंड (250)
टेनिस और बास्केट बॉल कोर्ट
स्विमिंग पूल, जिम और स्पा सहित सदस्यों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं
76 कॉर्पोरेट अतिथी बॉक्स
आवासीय आवास के साथ इनडोर क्रिकेट अकादमी
मेहमानों के लिए 70 कमरे जिनमें 5 सितारा होटलों के समकक्ष सुविधाएं सहित मल्टी लेवल पार्किंग रेस्तरां और डिनर हॉल भी होगा। जिनका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
क्या है करार ?
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा मोइनुल हक स्टेडियम के पुनर्निर्माण के लिए भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के द्वारा बिहार राज्य हेतु सम्बद्धता प्राप्त संस्था को दीर्घकालीन लीज पर सौंपने के निमित्त हस्तांतरण हेतु प्रस्तावित भूमि का कुल रकवा 31.36 एकड़ भूमि का वास्तविक बाजार मूल्य 20,25,000/- रूपये प्रति डिसमील यानि कुल 6,35,04,00,000 रूपये उक्त भूमि को पट्टा पर दिये जाने की परिस्थिति में कुल मूल्य का 5 प्रतिशत वार्षिक व्यवसायिक लगान प्रतिवर्ष देय होता. यानि कुल 31,75,20,000 रूपये प्रतिवर्ष देय होगा। उन्होंने कहा कि मोइनुलहक स्टेडियम के पुनर्निर्माण होने के बाद अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय स्तर के कई क्रिकेट मैचों के आयोजन होने की संभावना है। इससे राज्य के क्रिकेट खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा। साथ ही राज्य में खेल के विकास को भी बल मिलेगा एवं राज्य की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।