पटना। बिहार फुटबॉल जगत के लिए अच्छी और बड़ी खबर है। कोरोना काल के बाद एक बार फिर से बिहार फुटबॉल संघ ने राज्य की प्रतिष्ठित फुटबॉल टूर्नामेंट मोइनुल हक कप अंतर जिला फुटबॉल टूर्नामेंट को शुरू करने का निर्णय लिया वह भी नये क्लेवर में। नये क्लेवर में खिलाड़ियों को भरपूर फायदा होगा। उन्हें ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने को मिलेंगे।
इस संबंध में खेलढाबा को विशेष जानकारी देते हुए बिहार फुटबॉल संघ के सचिव सैयद इम्तियजा हुसैन ने बताया कि बिहार फुटबॉल संघ ने निर्णय लिया है कि राज्य के प्रतिष्ठित इस टूर्नामेंट को नये प्रारुप के साथ शुरू किया जाए।
नये प्रारुप के अनुसार राज्य के 38 जिलों को चार जोनों में बांटा गया है। चारों जोन की टीमों को दो ग्रुपों में बांटा जायेगा। यानी कि कुल 8 ग्रुप हो जायेंगे। हर ग्रुप में लीग मुकाबले खेले जायेंगे और हर ग्रुप की टॉप टीमें फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई कर जायेंगी।
इसके अलावा रेलवे और एकलव्य की संयुक्त टीम को सीधे फाइनल राउंड में दी जायेगी। पहले रेलवे की अलग-अलग यूनिट खेलती थी। एकलव्य की टीम को पहली बार इस टूर्नामेंट में यूनिट के रूप में इंट्री दी जायेगी।
फाइनल राउंड में कुल दस टीमें खेलेंगी। इन्हें दो ग्रुपों में बांटा जायेगा। दोनों ग्रुप की टीमें आपसे में लीग मुकाबले खेलेंगी और दोनों ग्रुप की टॉप दो टीमों को सेमीफाइनल में प्रवेश दिया जायेगा। जहां से नॉकआउट का सफर शुरू होगा।
जोन के मुकाबले 20 जून से शुरू होंगे और 30 जुलाई तक खेले जायेंगे। इसके बाद फाइनल राउंड की तिथि की घोषणा की जायेगी।
38 जिलों को इस प्रकार बांटा गया है चार जोन में
जोन 1 : पटना, नालंदा, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया।
जोन 2 : मुजफ्फरपुर, वैशाली, शिवहर, सीतामढ़ी, ईस्ट चंपारण, बेस्ट चंपारण, गोपालगंज,सीवान, सारण।
जोन 3 : बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, लखीसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, नवादा।
जोन 4 : कटिहार, भागलपुर, बांका, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा।
चार जोनों में दो-दो ग्रुप बनाये जायेंगे। ग्रुप में टीमों का बंटवारा सभी सहूलियतों को देखते हुए कहा जायेगा। कुल मिला कर 38 जिलों के मुकाबलों के लिए 8 मेजबान जिला तय किये जायेंगे।