रांची। कबड्डी एसोसिएशन ऑफ झारखंड के द्वारा चलाए जा रहे ऑनलाइन वर्कशॉप के बुधवार के कार्यक्रम की शुरुआत कबड्डी एसोसिएशन ऑफ झारखंड के चेयरमैन अर्चित आनंद ने किया। उन्होंने इस कार्यक्रम को काफी सराहा और कहा कि इससे न केवल झारखंड बल्कि देश के टेक्निकल ऑफिसियल, प्रशिक्षक व खिलाड़ियों को फायदा हुआ है।
आज के कार्यक्रम में स्टार कबड्डी प्लेयर मोहित चिल्लर और संदीप नरवाल ने अनुभव बांटे। इन दोनों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां सिखाईं।
संदीप नरवाल ने कहा कि प्रैक्टिस के दौरान बार-बार किसी भी तकनीक इस्तेमाल करने से नई तकनीक का विकास खिलाड़ी खुद कर लेता है। मैच के दौरान कुछ आपने नया करा दिया और वह आपके लिए नई तकनीक हो गई। संदीप ने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी मेहनत पर भरोसा करना चाहिए और मेहनत के सिवा जीवन में कोई भी दूसरी चीज आपको सफलता नहीं दिला सकती है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी को अपनी तकनीकी का प्रशिक्षण बार-बार करना चाहिए। उसे अपने कोच के अलावा प्रशिक्षण के बाद आधा से एक घंटा स्वयं प्रशिक्षण करना चाहिए। जिससे वह अपने उस तकनीकी पर प्रांगत हासिल कर सके। उन्होंने थाई लॉक, चेस्ट लॉक शैडो तकनीक के बारे में जानकारी दी।
मोहित चिल्लर ने कहा कि खिलाड़ी अपने विवेक और दिमाग का उपयोग किस प्रकार मैच के दौरान किसी भी चीज का प्रयोग करता है वह भी मायने रखता है। मोहित ने कहा कि अपने प्रशिक्षण या ट्रेनिंग को बहुत ही ईमानदारी के साथ करना चाहिए। कोई भी खिलाड़ी अपना प्रशिक्षण या ट्रेनिंग ईमानदारी से करता है तो उसे आने वाले भविष्य से काफी सफलताएं मिलती है। उन्होंने कहा कि कबड्डी में डिफेंडर का कार्य प्रणाली बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। डिफेंडर के कार्य प्रणाली विधि के बारे में अनेक प्रकार की जानकारियां शेयर कीं।
अंत में कबड्डी एसोसिएशन ऑफ झारखंड के अध्यक्ष राजीव रंजन मिश्र ने कार्यक्रम से जुड़े हुए सभी व्यक्तियों को धन्यवाद दिया। कबड्डी एसोसिएशन ऑफ झारखंड के सचिव विपिन कुमार सिंह ने बताया कि कल संदीप चंदूरी (स्पोट्र्स फिजियोथैरेपी) रू-ब-रू होंगे।