मधुबनी, 11 नवंबर। जब मैं मधुबनी जिला क्रिकेट संघ में पिछले दो साल से रजिस्टर्ड ही नहीं हूं तो मुझ पर किस प्रकार का बैन। अब जब रजिस्ट्रेशन कराना चाहता हूं तो बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की धौंस दिखाने की कोशिश की जा रही है। यह दर्द बयां किया है मधुबनी का एक प्लेयर ज्ञानेश मिश्रा (97735 79302) ने। अपने व्हाटशअप नंबर से लिखित पत्र खेलढाबा को भेजा है।

उन्होंने कहा कि मैं बिहार क्रिकेट संघ की लड़ाई के बारे में क्या जानूं। सेक्रेटरी अमित कुमार द्वारा कराये गए मैच में खेल गया। कुल छह मधुबनी जिला से खेले थे। जब ये सभी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए मधुबनी जिला क्रिकेट संघ तदर्थ समिति के संयोजक कालीचरण के पास पहुंचे तो छह में पांच रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया कि एक प्लेयर का रजिस्ट्रेशन कर लिया क्योंकि वो उनके अपने थे।
मैं इस मुद्दे को लेकर कालीरण सर को फोन से लेकर व्हाटशअप पर मैसेज किया तो उन्होंने कहा कि तुम्हे बीसीए से बैन कर दिया है।
ज्ञानेश मिश्रा का कहना है कि मैंने तो कोई स्टेट मैच खेला ही नहीं तो बीसीए कैसे सस्पेंड कर सकता है। अब तो जवाब देना भी बंद कर दिया है।

ज्ञानेश मिश्रा का कहना है कि जब प्लेयर सही जगह पर खेलने को तैयार है तो बैन की धमकी दी जा रही है जबकि बीसीए की ओर से भी इस संबंध में आदेश निर्गत किया जा चुका है।
ज्ञानेश मिश्रा कहते हैं कि ऐसे में प्लेयर कोई अनहोनी घटना को अंजाम देगा तो इसका दोषी कौन होगा। उन्होंने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से न्याय की गुहार लगाई है।
इस संबंध में कालीचरण से दूरभाष पर बात करने की कोशिश की पर संपर्क नहीं हो पाया। उनका पक्ष आना अभी बाकी है।

