नेशनल खो-खो चैंपियनशिप के लिए पहली बार बिहार टीम का हुआ मैट पर सेलेक्शन
राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप के लिए बिहार टीम का पहली बार लखीसराय में हुआ आयोजन
खिलाड़ियों का सेलेक्शन पहली बार बिहार में मैट पर किया गया
नेशनल के लिए ट्रायल में अबतक का खो-खो बिहार खेल इतिहास में सबसे अधिक बालक एवं बालिका खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया
पटना। खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार (kho-kho) और लखीसराय जिला खो-खो संघ के संयुक्त तत्वावधान में लखीसराय के सूर्यगढ़ा स्थित संत मैरी स्कूल में बिहार जूनियर खो-खो बालक/बालिका टीम का सेलेक्शन ट्रायल आयोजित किया गया। यह पहला मौका था जब बिहार में खो-खो टीम का सेलेक्शन ट्रायल मैट पर आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के महासचिव नीरज कुमार पप्पू , विशिष्ट अतिथि के रूप में लखीसराय जिला खो-खो संघ के खेल पदाधिकारी परिमल कुमार, सीनियर खेल विशेषज्ञ सचितानंद पांडेय, सुदर्शन प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह से संयुक्त रूप इस कार्यक्रम का उद्घाटन फीता काटकर, दीप प्रज्वलित कर एवं मैट पर नारियल फोड़कर किया।
समारोह की अध्यक्षता लखीसराय जिला खो-खो संघ के अध्यक्ष तिजो थामस ने की। धन्यवाद व्यक्त लखीसराय जिला खो-खो संघ के सेक्रेट्री अमित कुमार ने किया।
सेलेक्शन ट्रायल के बारे में जानकारी देते हुए खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के महासचिव नीरज कुमार पप्पू ने कहा कि बिहार में पहली बार भारतीय पारंपरिक खो-खो खेल को मिट्टी से उठा कर मैट पर आयोजित किया गया। आगे प्रतियोगिताओं को भी हम मैट पर आयोजित करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में खो-खो मिट्टी से मैट तक पहुंचा है इसका श्रेय भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और महासचिव एमएस त्यागी को जाता है। इस सेलेक्शन ट्रायल में भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों को आयोजन समिति की ओर से खो-खो ड्रेस दिया गया।
इस सेलेक्शन ट्रायल में 33 जिलों के बालक एवं बालिका खिलाड़ियों एवं टेक्निकल रेफरी ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस सेलेक्शन ट्रायल के आधार पर गठित बिहार टीम पश्चिम बंगाल में आयोजित होने वाली 41 वीं जूनियर नेशनल खो-खो चैंपियनशिप (बालक एवं बालिका) 2022-23 में भाग लेगी।