पटना। आईपीएल की तर्ज पर टी- 20 बिहार क्रिकेट लीग (BCL) का रंगारंग आगाज पटना के राजवंशी नगर स्थित ऊर्जा स्टेडियम हो गया। इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट का शुभारंभ बिहार के महामहिम राज्यपाल फागू चौहान और 1983 वर्ल्ड कप के कप्तान कपिल देव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, कला, संस्कृति एवं युवा खेल मंत्री आलोक रंजन झा, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी, बिहार क्रिकेट लीग के चेयरमैन संजीव रतन उर्फ सोना सिंह, संयोजक ओम प्रकाश तिवारी, बीसीए के कार्यकारी सचिव कुमार अरविंद, कोषाध्यक्ष आशुतोष रंजन सिंह, बीसीए के प्रवक्ता सह बीसीए अध्यक्ष के सलाहकार संजीव कुमार मिश्र, डैनी मोरिसन और टूर्नामेंट के फ्रेंचाइजी पार्टनर इलिट स्पोटर्स के प्रबंध निदेशक निशांत दयाल मौजूद रहे।
टी 20 BCL के शुभारंभ के बाद महामहिम राज्यपाल फागू चौहान ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और बिहार क्रिकेट लीग से जुडे तमाम लोगों को भव्य आयोजन के लिये बधाई दी।
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा आयोजन है। हमारी कामना है कि बिहार के बच्चे क्रिकेट की दुनिया में अपना नाम कमाएं। यहां के बच्चे जब दुनिया में अपना नाम करेंगे, तो हर बिहारी का सम्मान बढ़ेगा।
हम इस खेल में शामिल हो रहे सभी खिलाडि़यों को शुभकामनाएं देते हैं और 1983 के हीरो रहे कपिल देव को भी बहुत – बहुत बधाई देते हैं कि वे आज हमारे बच्चों के हौसला आफजाई के लिये यहां आये। उनसे मुलाकात सुखद रही। हम पहले उन्हें टीवी पर देखते थे। राज्यपाल ने अन्तररास्ट्रीय क्रिकेटर डेनी मौरिसन से भी मुलाकात की।
वहीं, 1983 में वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने वाली टीम के कप्तान कपिल देव ने टी- 20 बिहार क्रिकेट लीग के आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से युवा प्रतिभाओ को मौका मिलता है। आज देश में बच्चों ऐसे मौके की जरूरत है। घरेलु क्रिकेट के जरिये इन्हें जितने मौके मिलेंगे, वे उतना अच्छा कर आगे बढ़ेंगे।
साथ ही ऐसे टूर्नामेंट नियमित रूप से होने से क्रिकेट और खिलाडि़यों का विकास होगा। उन्होंने कहा कि मुझे बिहार आकर और यहां खिलाडि़यों से मिलकर अच्छा लग रहा है। बिहार में भी प्रतिभा हैं। बस उन्हें ऐसे मौके जितने मिलेंगे, वे उतने उभरकर आगे आयेंगे और हिंदुस्तान की क्रिकेट के लिए अच्छी बात होगी।
उन्होंने बिहार के क्रिकेटर ईशान किशन को लेकर कहा कि वह अच्छा क्रिकेट खेलते हैं। एक मैच परफॉर्मेंस से जज करना जल्दीबाजी होगी। आगे उनकी सफलता हार्ड वर्क और डेडिकेशन पर निर्भर करेगी। लेकिन वे प्रतिभाशाली हैं।