पटना। पटना क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान 80 वर्षीय सुरेश गोगटे अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने पुणे में अंतिम सांस ली। इधर कुछ दिनों से वे बीमार चल रहे थे। अपने पीछे पत्नी सरोजिनी गोगटे (पूर्व अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी), पुत्र अभिजीत, पुत्री गौरी, अनुज प्रदीप के अलावा हंसता-खेलता परिवार छोड़ गए हैं।
सुरेश गोगटे का जन्म भले अकोला (महाराष्ट्र) में हुआ हो लेकिन उनका कर्म स्थल पटना रहा। संत जेवियर हाईस्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने सांयस कॉलेज से स्नताक और पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की उपाधि ली।
साठ के दशक में पटना को क्रिकेट का एक चमकता चेहरा प्राप्त हुआ। सुरेश वन डाउन बैट्समैन थे। फ्रंट फुट पर जाकर स्ट्रेट ड्राइव या कवर ड्राइव लगाने में वे निपुण थे। गजब का फुटवर्क था। फील्डिंग में उनकी चपलता देखते ही बनती थी। वे ओपनिंग बॉलर भी थे।
सायंस कॉलेज के अलावा उन्होंने पटना विश्वविद्यालय, पटना जिला और यूथ एथलेटिक क्लब का अनेक वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया। सुरेश ने बैडमिंटन और हॉकी में भी पटना विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। इंडियन नेशन में स्पोट्र्स जर्नलिस्ट के रूप में उन्होंने अच्छी ख्याति प्राप्त की थी। बाटा इंडिया लिमिटेड, दीघा पटना से कार्यकारी जेनरल मैनेजर के रूप में रिटायर होने के पश्चात् वे पुणे लौट गए।