पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के जिला यूनिट के गड़बड़झाले की चर्चा आजकल बिहार क्रिकेट जगत में दबी जुबान से चहूंओर है। यह जिला यूनिट गंगा पार यानी उत्तर बिहार का है। इस जिला क्रिकेट संघ के वर्तमान या हटाये जा चुके सेक्रेटरी पदधारी को बिहार क्रिकेट जगत के लोग यही जानते हैं कि यह वहां सचिव पद पर थे या रह चुके हैं पर अंदरखाने में मामला कुछ और है।

उत्तर बिहार स्थित इस जिला क्रिकेट संघ का यह पदधारी व्यक्ति बिहार क्रिकेट जगत के लिए सेक्रेटरी हैं या थे लेकिन जिस बैंक में इस जिला क्रिकेट संघ का खाता है वहां वह ट्रेजरर के पद पर हैं। बैंक में सेक्रेटरी के पद पर उनके अपने हैं। उनके अपने भी छोटी हस्ती हैं। वे बिहार खेल जगत के जाना-पहचाना चेहरा है और उनका कई खेल संघों से ताल्लुक है।

वर्ष 2019 में इस बैंक खाता से हुए निकासी और जमा में इन दोनों का हस्ताक्षर चलता है। इस निकासी और जमा वाले खाते में बिहार क्रिकेट संघ द्वारा जिला में क्रिकेट के विकास व मैचों के लिए पैसे डाले गए थे जिसकी निकासी इन्हीं दोनों अपनों ने की है।
चर्चा तो इस बात की भी है कि जो सेक्रेटरी हैं या थे वे कहते हैं कि जब हमारे अपने बिहार की ओर से खेल लेंगे तभी दूसरे की इंट्री बिहार टीम में होगी पर टैलेंट को कौन सकता है अपने तो खेले ही दूसरे ने प्रयास कर दिया तो दूसरा भी खेल गया।




जो सेक्रेटरी हैं या थे यह भी कहते हैं कि विपक्षी केवल अफवाह उड़ाने में व्यस्त हैं जिस अकाउंट की बात वे कर रहे हैं वह पहले का मैं नये पदाधिकारियों के साथ नया अकाउंट खोल रखा है। वे यह भी कहते हैं कि हम ही यहां के बॉस हैं। इनसे इतर उनके विपक्षी कहते हैं कि जब साक्ष्य सामने ला दूंगा तो सबों के होश उड़ जायेंगे। अब तो यही देखना है कि कभी साक्ष्य सामने आता है या योंहि अफवाह में खबर आई गई हो जाती है।