नई दिल्ली, 27 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में भारत की 2030 राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games 2030) की मेजबानी की दावेदारी को मंजूरी दे दी गई है। अहमदाबाद को विश्व स्तरीय स्टेडियमों और खेल संस्कृति के कारण आदर्श मेजबान शहर बताया गया है।
आईओए की सहमति के बाद तेज हुई प्रक्रिया
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की सहमति के बाद भारत ने राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेजबानी के लिए आधिकारिक तौर पर आवेदन दाखिल किया है। बोली जमा करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त तय है और संभावना है कि आईओए अगले 48 घंटे में औपचारिक प्रक्रिया पूरी कर लेगा।
अहमदाबाद की मजबूत दावेदारी
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, सरकार ने संबंधित मंत्रालयों और विभागों को आवश्यक गारंटी देने और गुजरात सरकार को अनुदान सहायता प्रदान करने की मंजूरी दे दी है।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम ने 2023 क्रिकेट विश्व कप फाइनल की सफल मेजबानी की थी। इसके साथ ही सरदार वल्लभ भाई पटेल खेल एंक्लेव को भी प्रमुख वेन्यू के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
भारत की मेजबानी की संभावना प्रबल
भारत ने इससे पहले 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी। इस बार कनाडा के वित्तीय कारणों से पीछे हटने के बाद भारत की दावेदारी और मजबूत हो गई है।
राष्ट्रमंडल खेलों की आमसभा नवंबर 2025 में ग्लास्गो में मेजबान देश का चयन करेगी।
राष्ट्रीय गौरव और आर्थिक लाभ
सरकार का मानना है कि इतने बड़े आयोजन की मेजबानी से राष्ट्रीय गौरव और एकता की भावना मजबूत होगी। इसके अलावा, खेल विज्ञान, इवेंट मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, प्रसारण, आईटी और मीडिया जैसे क्षेत्रों में नए अवसर पैदा होंगे।
72 देशों के खिलाड़ियों की भागीदारी से स्थानीय व्यवसायों को भी बड़ा फायदा होगा और नए रोजगार के अवसर मिलेंगे।
ओलंपिक 2036 पर भी नज़र
भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की भी तैयारी कर रहा है, जिसमें अहमदाबाद प्रमुख दावेदार है।
