पटना। समाज एवं खेल में जातिवाद एक प्रकार का कैंसर है।2020 एक प्रकार से महत्वपूर्ण वर्ष रहा है जिसमें क्रिकेटर एक साथ एकजुट होकर जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाएं हैं। इंग्लैंड के Yorkshire county cricket club में जातिवाद के आरोप की जांच पड़ताल करने के लिए बिहार के लाल को बड़ी जिम्मेवारी मिली है। यह हैं डॉक्टर समीर पाठक। समीर पाठक क्रिकेट बियोंड बाउंड्रीज संस्था के फाउंडर हैं। उन्हें यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने पूर्व खिलाड़ी अज़ीम रफ़ीक द्वारा नस्लवाद को लेकर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए बनी सब कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। रफीक ने कहा था कि क्लब में नस्लवाद की जड़ें काफी गहरी हैं। इसके कारण उसे खुद की जान लेने के करीब छोड़ दिया।
समीर पाठक यार्कशायर ही भारतीय क्रिकेटरों के लिए काफी काम करते रहे हैं। यहां के उदीयमान के क्रिकेटरों को लंदन ले जाकर ट्रेनिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।
बिहार के पूर्व रणजी खिलाड़ी डॉ अशोक पाठक के पुत्र डॉ समीर पाठक जो खुद भी एक बहुत अच्छे क्रिकेटर रहे हैं को चेयरमैन बनने पर बिहारियों को गर्व महसूस हो रहा है और उम्मीद है इनके द्वारा किया गया जांच पड़ताल निष्पक्ष होगा।



